14 साल की एक लड़की जब मुंबई हीरोइन बनने आई तो फिल्म के डायरेक्टर श्रीधर ने उसे अपनी फिल्म में लेने से मना कर दिया. लेकिन 14 साल की इस लड़की में "मैं कर सकती हूं" वाला जज्बा था, बस इसी जज्बे के साथ वो लड़की लगी रही और फिर आया साल 1968 जब फेमस निर्माता-निर्देशक और अभिनेता राजकपूर की फिल्म सपनों का सौदागर में उस लड़की ने बॉलिवुड में एंट्री की. लंबा संघर्ष करने वाली ये लड़की कोई और नहीं बॉलिवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी हैं, आज इस फेमस अदाकारा का बर्थडे है. हालांकि फिल्म को बहुत सफलता तो नहीं मिली, लेकिन हेमा मालिनी को खूब पंसद किया जाने लगा. ठीक दो साल बाद 'जॉनी मेरा नाम' लॉन्च हुई, बस यहीं से हेमा के कैरियर के 'गोल्डन सफर' की शुरुआत हुई. फिल्म में हेमा और देवानंद की जोड़ी को दर्शकों ने सिर आंखों पर लिया और फिल्म सुपरहिट रही.
जन्मदिन के मौके पर क्यों वायरल हो रही है हेमा की ये तस्वीर
बात अगर हेमा मालिनी की हो रही हो तो धर्मेन्द्र का जिक्र आना लाजिमी है, 16 अक्टूबर, 1948 को चेन्नई के पास अम्मनकुड़ी में जन्मी हेमा ने दुनिया की परवाह किए बगैर शादीशुदा धर्मेंद्र संग 7 फेरे लिए और उनकी दूसरी पत्नी थी. ये कदम उन्होंने अपने करियर के पीक टाइम पर उठाया था. उनके जन्मदिन के मौके पर एक ऐसी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें धर्मेंद्र की दोनों पत्नी प्रकाश कौर और हेमा मालिनी एक साथ नजर आ रही है. फोटो में हेमा, प्रकाश कौर के बगल में खड़ी बेहद खुश नजर आ रही है. ये फोटो किसी फंक्शन का है, जिसमें कई सेलेब्स शामिल हुए थे. ये फोटो ये बताने के लिए काफी है कि धर्मेन्द्र की पहली पत्नी से हेमा के रिशते अच्छे थे. शादी से पहले हेमा, प्रकाश कौर से कई बार अलग-अलग फ्ंकशन में मिली थीं. लेकिन शादी के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए. हेमा खुद बताती हैं कि - मैं किसी को डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थी. धरमजी ने मेरे और मेरी बेटियों के लिए लिए जो किया, मैं उसमें खुश हूं. उन्होंने एक पिता की भूमिका बखूबी निभाई.
पहली पत्नी को भी धर्मेन्द्र से दूर नहीं होने दिया
एक इंटरव्यू में हेमा ने धर्मेंद्र से शादी करने के अपने फैसले के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया था कि वो अपने प्यार की वजह से कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाना चाहती थीं. धर्मेंद्र की पहली पत्नी को भी नहीं और इसलिए, उन्होंने कभी भी उनके जीवन में दखल नहीं दिया. उन्होंने धर्मेंद्र को उनकी पहली पत्नी और बच्चों से कभी दूर नहीं किया.
मां का सपना पूरा करने के लिए चुनी फिल्म इंटस्ट्री
हेमा मालिनी की मां चाहतीं थीं कि नृत्य में पारंगत उनकी बेटी बड़ी डांसर और हीरोइन बने. मां के सपने को पूरा करने के लिए हेमा ने जब फिल्मी दुनिया में करियर बनाने का सोचा तो उनका नाम फिल्ममेकर को रास नहीं आया. मीडिया की खबरों की माने तो उनसे कहा गया कि हेमा मालिनी नाम ग्लैमरस नहीं है, इसलिए नाम बदलकर सुजाता रख दिया जाए. इतना ही नहीं तमिल फिल्म डायरेक्टर श्रीधर ने उन्हें यह कहकर रिजेक्ट कर दिया गया कि इनमें स्टार वाली बात नहीं है, न ही चेहरे में स्टार अपील है. इससे हेमा मालिनी और उनकी मां बेहद दुखी हो गईं.
खुद को साबित किया कोहिनूर
हेमा मालिनी को इस रिजेक्शन से दुख तो हुआ लेकिन खास असर नहीं पड़ा. बल्कि खुश हुईं थीं कि उनकी नृत्य साधना चलती रहेगी. लेकिन अपनी मां को दुखी देख, हेमा ने ठान लिया कि फिल्मों में हीरोइन भी बनेंगी और अपना नाम भी नहीं बदलेंगी. तमिल की कुछ फिल्मों में छोटे-मोटे रोल निभाने के बाद जब हेमामालिनी ने मायानगरी में कदम रखा तो एक ऐसे फिल्मी जौहरी से मुलाकात हुई जिन्होंने समझ लिया था कि हेमा एक हीरा हैं, जिनकी चकाचौंध में सब फीके पड़ जाएंगे.
हेमा मालिनी आज किसी परिचय की मोहताज नहीं, हेमा मालिनी ने अपने करियर को आला मुकाम पर तो पहुंचाया ही है, साथ ही उन्होनें ये भी साबित किया है कि रिश्ते कीमती होते हैं तभी तो अपनी सौतन को भी प्यार और इज्जत दी, और आज अगर हेमा मालिनी की बात हो रही है तो वो 13-14 साल की बच्ची याद आना लाजिमी है जिसने मां का सपना पूरा करने के लिए खुद को झोंक दिया और कामयाबी की नई इबारत लिख डाली.