हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला किन्नौर कोविड प्रतिरोधी टीका लगाने वाला देश का ऐसा पहला जिला बन गया है, जहां निर्धारित लक्ष्य के सभी पात्र व्यक्तियों को कोविड के दोनों टीके लगा दिए गए हैं. किन्नौर जिला को कुल 60 हजार 305 पात्र व्यक्तियों को कोविड प्रतिरोधी टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया था, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया है.
तिब्बत सीमा से सटे विकट परिस्थितियों वाले जिला किन्नौर की आबादी करीब 90 हजार है. सेब के लिए विश्व विख्यात किन्नौर ज़िले का कुल क्षेत्रफल 6401 वर्ग किलोमीटर है. यहाँ की आबादी कस्बों के साथ साथ दूरदराज कंदराओं में वास करती है, जहाँ लक्ष्य को प्राप्त करना काफी चुनौतीपूर्ण था.
किन्नौर जिला के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि जिला के कुल 60 हजार 305 पात्र व्यक्तियों को कोविड प्रतिरोधी टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था जिसे पूर्ण कर लिया गया है. अब जिले में सभी पात्र व्यक्तियों को कोविड के दोनों टीके लगाए जा चुके हैं. उन्होंने कहा यह प्रदेश व जिले के लिए गौरव का विषय है. उन्होंने जिले को कोविड रोधी टीका लगाने में देश भर में प्रथम आने पर स्वास्थ्य विभाग को बधाई दी.
उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पैरा-मेडिकल स्टाफ द्वारा जिले की विकट परिस्थितियों के बावजूद स्थानीय लोगों के गर्मियों में मवेशियों के साथ रहने के दूरदराज ठिकाने दोगरियों व कण्डों में जाकर कोविड टीकाकरण किया. स्वास्थ्य विभाग की टीम के समर्पण और लक्ष्य हासिल करने की लालसा के परिणामस्वरूप जिला अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सका है. उपायुक्त ने ज़िले के प्रशासनिक अधिकारियों व पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े जन-प्रतिनिधियों को भी कोविड टीकाकरण में प्रथम आने पर बधाई दी.
100 फीसदी आबादी को पहली खुराक
हिमाचल प्रदेश का रिकॉर्ड कोरोना टीकाकरण को लेकर शानदार रहा है. प्रदेश ने हाल में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना टीका लगाने का रिकॉर्ड बनाया है. इस तरह हिमाचल 100% वयस्क आबादी को टीके की पहली खुराक देने वाला पहला राज्य बन गया है. राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 30 नवंबर तक 100% वयस्क आबादी को दूसरी खुराक भी दे दी जाएगी.
(रामपुर बुशहर से बिशेशर नेगी की रिपोर्ट)