नवंबर के आखिर तक कोरोना की एक और वैक्सीन कॉर्बीवैक्स (Corbevex) के आने की उम्मीद है. बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological E Ltd) अपनी कोरोना वायरस वैक्सीन कॉर्बीवैक्स को लॉन्च करने की तैयारी में है. कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर ममता दतला ने बताया कि कंपनी 10 करोड़ डोज के साथ पूरी तरह से तैयार है.
यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (DFC) के साथ एक एग्रीमेंट पर साइन करते हुए दतला ने बताया कि अभी वैक्सीन को हिमाचल प्रदेश के कसौली की सेंट्रल ड्रग लेबोरेटरी (CDL) में टेस्टिंग के लिए भेजा जा रहा है.
फेज-3 ट्रायल में है 'कॉर्बीवैक्स'
उन्होंने कहा, "कॉर्बीवैक्स फेज-3 ट्रायल में है. हम नवंबर के आखिर तक सारी स्टडी पूरी कर लेंगे, तभी हम ड्रग रेगुलेटर से एप्रूवल की उम्मीद भी कर रहे हैं. इसके साथ बच्चों की वैक्सीन पर भी हम काम कर रहे हैं. एक महीने बाद हम बच्चों की वैक्सीन भी ला सकते हैं.”
उन्होंने आगे बताया कि इस वक्त कंपनी की क्षमता 1 साल में 100 करोड़ वैक्सीन डोज बनाने की है.
नवंबर के आखिर तक बनाएंगे 10 करोड़ डोज
दरअसल, बायोलॉजिकल ई का कोरोना वायरस वैक्सीन, कॉर्बीवैक्स, एक आरबीडी (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है और वर्तमान में वह फेज-3 ट्रायल से गुजरने वाली है. मैनेजिंग डायरेक्टर ने इसपर बताया कि हम रिलीज के लिए वैक्सीन की डोज को कसौली भेज रहे हैं. इसलिए यह शुरुआत से ही हमारी इच्छा थी कि लॉन्च के दिन हमारे पास 10 करोड़ से ज्यादा डोज हों. नवंबर के आखिर तक हम इतनी डोज बना लेंगे.
गौरतलब हो कि बायोलॉजिकल ई लिमिटेड ने कोरोनावायरस वैक्सीन की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए फार्मा प्रमुख जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) के साथ समझौता किया है.
DFC और Biological-e मिलकर करेंगे वैक्सीन डोज का उत्पादन
इस बीच, डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (DFC) के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डेविड मार्चिक (David Marchick) और महिमा दतला ने कोरोनावायरस वैक्सीन की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए अपने एग्रीमेंट को औपचारिक रूप दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मार्चिक ने एक प्रेस रिलीज में कहा, "DFC और बायोलॉजिकल ई मिलकर 2022 के आखिर तक भारत और दुनिया भर के विकासशील देशों के लिए एक अरब से अधिक वैक्सीन डोज का उत्पादन करेंगे.