
बच्चों की वैक्सीन के लिए सरकार ने हाल ही में हरी झंडी दे दी है. इसके चलते प्रोग्राम को सफल बनाने की तैयारियां भी जोरों पर चल रही हैं. इस बीच जबलपुर ने सबसे आगे बाजी मारते हुए बच्चों का पहला किड्स कोविड वैक्सीनेशन सेंटर बनाकर तैयार कर लिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर सेंटर की सराहना करते हुए स्मार्ट सिटी की पूरी टीम को बधाई दी है.
बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार किया सेंटर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए किड्स फ्रेंडली वैक्सीनेशन सेंटर की सराहना करते हुए स्मार्ट सिटी, नगर निगम एवं इसके निर्माण में योगदान देने वाली पूरी टीम को बधाई दी है. इस वैक्सीनेशन सेंटर को बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इस सेंटर में सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे कि बच्चों को खेलने के लिए कई प्रकार के झूले, माताओं के लिए आंचल कक्ष, डाइपर वैंडिंग मशीन, सेनेटरी पैड मशीन, वेटिंग एरिया में बच्चों तथा अभिवावकों के लिए सिटिंग स्पेस, डॉक्टर टेबल एवं चेयर्स का इंतजाम किया गया है. इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए अच्छा फर्नीचर, पेयजल एवं खासकर बच्चों को ध्यान में रखते हुए पूरे कैंपस में पेंटिंग का कार्य कराया गया है.
स्मार्ट सिटी की मदद से तैयार हुआ सेंटर
स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा मनमोहन नगर में किड्स फ्रेंडली वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है जिसकी सराहना आज माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई. गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी के प्रयासों से मनमोहन नगर में किड्स फेंडली वैक्सीनेशन सेंटर का निर्माण कराया गया है, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. कर्मवीर शर्मा कलेक्टर ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि शासन द्वारा जब भी बच्चों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ कराया जाएगा तब इस सेंटर के माध्यम से उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी. लंबे समय से बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए देशभर में कोशिश जारी थी.
बच्चों पर चल रहा है कोवैक्सीन का ट्रायल
हाल ही में कोवैक्सीन को इसके लिए मंजूरी भी दे दी गई है. इसका ट्रायल 2 से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों पर किया जा रहा है. डीजीसीआइ से अनुमति मिलने के बाद इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (ICMR)वैक्सीनेशन की गाइडलाइन तैयार करके जारी करेगा. उन्होंने बताया कि भारत पहला देश है, जहां दो वर्ष से ऊपर के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी. अमेरिका में 14 वर्ष से ऊपर के बच्चों को वैक्सीन लगाने की अनुमति है. केंद्र सरकार के स्तर से अभी कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है. दिशा-निर्देश जारी होने के बाद बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी. बहरहाल, किड्स वैक्सीनेशन सेंटर बनाकर जबलपुर देशभर के सामने एक नजीर बन गया है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जब वैक्सीन बच्चों को लगने मार्केट में आएगी तो कितनी तेजी के साथ बच्चे इसे प्राप्त कर पाते हैं.
जबलपुर से धीरज शाह की रिपोर्ट