कोरोना का कहर अब कम होता नजर आ रहा है. केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई हिस्सों में कोरोना का खौफ लोगों को मन से धीरे-धीरे निकल रहा है. कोरोना काल में विश्व के कई देशों ने लॉकडाउन लगाया और हटा भी लिया. लेकिन एक देश ऐसा भी है जिसने कोरोना काल से लेकर आज तक कोरोना लॉकडाउन नहीं हटाया है. हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया की, दरअसल ऑस्ट्रेलिया कि राजधानी मेलबर्न में 262 दिनों से लॉकडाउन लगा हुआ था, जो आखिरकार हटने जा रहा है.
छह चरणों में रहा नौ महीने का लॉकडाउन
5 करोड़ लोगों की आबादी वाली ऑस्ट्रेलिया कि राजधानी मेलबर्न में कुल 262 दिन यानि लगभग नौ महीनों से लॉकडाउन लगा हुआ था, जो की छह चरणों में लागू किया गया था. अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मेलबर्न ने दुनिया के किसी भी शहर की तुलना में कोरोना लॉकडाउन के तहत सबसे अधिक समय बिताया है. अब इस सप्ताह ये लॉकडाउन हटने वाला है. ऑस्ट्रेलियाई और अन्य मीडिया का कहना है कि यह अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में 234 दिनों के लॉकडाउन को पार करते हुए दुनिया में सबसे लंबा लॉकडाउन था.
डबल वैक्सीनेशन के कारण दी गई राहत
मेलबर्न में डबल-टीकाकरण की दर इस सप्ताह 70% तक पहुंचने के लिए निर्धारित है, जिस कारण कोरोना प्रतिबंधों को हटाया जा रहा है. वहीं इस कोरोना में राहत की घोषणा करते हुए विक्टोरिया प्रीमियर डैनियल एंड्रयूज ने कहा, "आज एक महान दिन है. आज एक ऐसा दिन है जब विक्टोरियाई लोगों को अपनी उपलब्धि पर गर्व हो सकता है." हालांकि दुकानों और व्यवसायों को सीमित क्षमता के साथ ही खोला जाएगा. वहीं वैक्सीनेशन दर के 80% पहुंचने के बाद और भी छूट दी जाईएगी. ऐसा माना जा रहा है कि 5 नवंबर तक वैक्सीनेशन दर 80% पहुंच जाएगा.
टला नहीं है कोरोनावायरस का खतरा
रविवार को विक्टोरिया में 1,838 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज किए गए और सात मौतें हुईं. पड़ोसी न्यू साउथ वेल्स, जो पिछले सप्ताह 100 दिनों के लॉकडाउन से उभरा, उसमें 301 मामले सामने आए और 10 मौतें हुईं. जबकि राज्य के अस्सी प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है. ऑस्ट्रेलिया जो एक वक्त में महामारी के प्रबंधन की कोविड-शून्य रणनीति का चैंपियन था. वो आज व्यापक टीकाकरण के माध्यम से वायरस के साथ रहने सीख रहा है, क्योंकि डेल्टा वेरिएंट काफी खतरनाक साबित हुआ है. हाल के महीनों में मामलों में वृद्धि के बावजूद, ऑस्ट्रेलिया के कोरोनोवायरस संख्या कई अन्य विकसित देशों की तुलना में कम है, जिसमें सिर्फ 143,000 से अधिक मामले और 1,530 मौतें हुई हैं. वहीं पड़ोसी न्यूजीलैंड, जो टीकाकरण में तेजी लाकर कोविड-19 के साथ रहना सीख रहा है, उसने रविवार को 51 नए मामले दर्ज किए, जिनमें से 47 सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में हैं, जो अगस्त के मध्य से लॉकडाउन में है. हालांकि एक इससे एक बात तो साफ है कि कोरोना ने भले ही हमारी जिंदगीयों पर गहरा असर डाला है, लेकिन हमने बीना हार माने इससे लड़ना सीख लिया है.