
दोस्ती का रिश्ता दुनिया के बाकी रिश्तों से इस मायने में बेहतर होता है कि जहां सारे रिश्ते खून के होते हैं, वहीं यह दिल का होता है. नेपाल के कुछ स्कूली बच्चों ने अपनी छोटी सी कोशिश से इस बात को साबित कर दिया है. यहां प्राइमेरी स्कूल के कुछ बच्चों ने अपने दोस्त को स्कूल ट्रिप पर ले जाने के लिए अपनी पॉकेटमनी से पैसे जोड़े हैं.
इन बच्चों का बड़प्पन सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रहा है और ये अपने इस काम के लिए वाहवाही के पात्र बन रहे हैं. क्या है पूरा मामला, आइए डालते हैं नज़र.
इंस्टाग्राम पर वायरल हुई वीडियो
नेपाल के स्मॉल हेवन स्कूल की एक शिक्षक मी सांग्ये ने अपने इंस्टाग्राम पर जब यह वीडियो साझा की तो इसने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. यह बेहद मार्मिक वीडियो एक क्लासरूम की है जहां बच्चे अपने दोस्त प्रिंस की स्कूल ट्रिप के लिए पैसे इकट्ठा कर रहे हैं.
जब सांग्ये प्रणव नाम के एक बच्चे से पछती हैं कि वे क्या कर रहे हैं, तो प्रणव कुछ देर बाद जोड़े गए पैसे टीचर की टेबल पर लाकर रख देता है. सांग्ये कहती हैं कि उन्हें पैसे देने की ज़रूरत नहीं है, टीचर खुद प्रिंस को ट्रिप पर ले जाएंगी. बच्चे ज़िद पर अड़े रहते हैं कि वे अपने साथी को ट्रिप पर ले जाना चाहते हैं.
इतनी ही देर में एक स्टूडेंट बोल पड़ता है कि प्रिंस रो रहा है. जब सांग्ये प्रिंस की ओर कैमरा घुमाती हैं तो उसकी आंखें नम दिखती हैं. पलक झपकते ही प्रिंस के सभी दोस्त उससे आकर लिपट जाते हैं और उसके आंसू पोछने लगते हैं. इस मार्मिक दृश्य ने फिलहाल तो इंटरनेट का दिल छू लिया है.
क्या बोले यूजर?
एक यूजर ने इस वीडियो पर लिखा, "प्रिंस इस दुनिया का सबसे अमीर आदमी है. प्रणव जैसे दोस्तों को मेरी ओर से खूब सराहना." एक अन्य यूजर ने लिखा कि स्कूल में उसके साथ भी ऐसी ही घटना हुई थी. तब उसके साथियों ने भी पैसे जोड़कर उसके स्कूल ट्रिप पर जाने का इंतज़ाम किया था.
स्कूल ट्रिप पर जाने के बाद सांग्ये ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक और वीडियो साझा की. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रिंस अपने दोस्तों के साथ स्कूल ट्रिप का आनंद ले रहा है. वीडियो में प्रिंस ढेर सारा प्यार बरसाने के लिए सोशल मीडिया के लोगों का शुक्रिया भी अदा करता है.
स्मॉल हेवन स्कूल के बच्चों की इस कोशिश ने न सिर्फ प्रिंस को स्कूल ट्रिप अनुभव करने का मौका दिया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि प्रेम, करुणा और इंसानियत जैसे जज़्बे हमारी आने वाली नस्लों के दिलों में फल-फूल रहे हैं.