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पीएम मोदी ने लॉन्च किया ‘हर घर दस्तक’ अभियान, डोर टू डोर वैक्सीन लगाएंगे हेल्थकेयर वर्कर्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोविड टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम की शुरुआत की. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ये समय ढीला पड़ने का नहीं बल्कि घर-घर पहुंचकर लोगों को टीका लगाने का है. उन्होंने कहा कि 1 बिलियन के बाद अगर हम जरा भी ढीले पड़ गए तो नया संकट आ सकता है.

PM Narendra Modi (File Photo) PM Narendra Modi (File Photo)
हाइलाइट्स
  • सुस्त पड़े वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार को मिलेगी गति

  • घर-घर पहुंचकर लोगों को टीका लगाएंगे हेल्थकेयर वर्कर्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोम और ग्लासगो से लौटने के तुरंत बाद कम वैक्सीनेशन कवरेज वाले जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के साथ बैठक की. देश के करीब 48 जिलों में सुस्त पड़ी वैक्सीनेशन की रफ्तार को गति देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 48 जिलों के डीएम के साथ बात की. इस दौरान पीएम मोदी ने टीकाकरण अभियान को तेज करने के लिए ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम की भी शुरुआत की. प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस मीटिंग में जिलों के जिलाधिकारियों के अलावा उन राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए. 

आज छोटी दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री ने 'हर घर दस्तक' अभियान को हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर उन्होंने 100 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के मामले में पिछड़े 48 जिलों के डीएम से भी सीधी बात की. पीएम मोदी ने कहा कि ये समय ढीला पड़ने का नहीं है बल्कि घर-घर पहुंचकर लोगों को टीका लगाने का है. उन्होंने कहा, अगर हम अभी सुस्त पड़े तो नया संकट खड़ा हो सकता है. पीएम मोदी ने ये भी कहा कि हेल्थ वर्कर्स को जरूरत पड़े तो टीके से जुड़े भ्रम दूर करने में धर्मगुरुओं की मदद लें.

हेल्थकेयर वर्कर्स घर-घर जाकर वैक्सीन लगाएंगे

वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए बुधवार से 'हर घर दस्तक' अभियान शुरू किया गया. इस अभियान के तहत हेल्थकेयर वर्कर्स घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगाएंगे. सरकार ने 31 दिसंबर तक देश की पूरी आबादी को कोरोना का टीका लगाने का लक्ष्य रखा है. इसे हासिल करने में ये अभियान मददगार होगा. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहा, ‘अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वो भी बनाइए. आप क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाकर भी ऐसा कर सकते हैं. जो टीमें आपने बनाई हों, उनमें एक बेहतर कंपटीशन हो, ये भी कोशिश कि जा सकती है.’

अभियान की लॉन्चिंग के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पहली डोज के साथ-साथ दूसरी डोज पर भी उतना ही ध्यान देना होगा क्योंकि जब केस कम होने लगते हैं तो लोगों को लगता है कि इतनी भी क्या जल्दी है. हमें किसी भी हालत में लोगों की सोच को धीमा नहीं होने देना है. इस सोच की वजह से दुनिया के कई देशों में फिर से कोरोना की खबरें चिंता पैदा कर रही हैं. हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते. इसलिए टीके की दोनों डोज तय समय पर लगना बहुत जरूरी है.

पीएम मोदी ने सभी डीएम से इनोवेटिव तरीके अपनाने को कहा

 पीएम मोदी ने कहा, ‘आज तक जितनी प्रगति हमने की वो सब आपकी मेहनत से हुई है. लोगों ने दूरदराज के इलाकों में पैदल चलकर वैक्सीन पहुंचाई है लेकिन 1 बिलियन के बाद अगर हम जरा भी ढीले पड़ गए तो नया संकट आ सकता है. हमारे यहां कहा भी जाता है कि बीमारी और दुश्मन को कम नहीं आंकना चाहिए.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि 100 साल की इस सबसे बड़ी महामारी में देश ने अनेक चुनौतियों का सामना किया है. एक खास बात ये रही कि हमने नए-नए समाधान खोजे. पीएम मोदी ने सभी डीएम से कहा कि आपको अपने जिलों में इनोवेटिव तरीके अपनाने होंगे.

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