प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे अमेरिका के लिए रवाना होंगे और 26 सितंबर को भारत लौटेंगे. पीएम अमेरिका की पहली महिला उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात करेंगे. राष्ट्रपति बाइडन से भी उनकी मुलाकात होनी है. पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल और विदेश सचिव भी साथ होंगे. मंगलवार को विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने पीएम मोदी के दौरे की जानकारी दी.
23 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मुलाकात होगी. 24 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी. अफगानिस्तान, आतंकवाद, सुरक्षा, व्यापार समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी. इसके अलावा पीएम 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी रिफॉर्म को लेकर स्पष्ट बात कर सकते हैं.
क्वाड और UNGA समेत 3 दिनों में 8 बड़ी मीटिंग
अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम व्यस्त रहेगा. कई नेताओं से मुलाकात के अलावा वह बिजनेस मीट में भी हिस्सा लेंगे. अमेरिका दौरा का कार्यक्रम इस तरह है.
- 22 सितंबर: वाशिंगटन डीसी में शाम - राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा आयोजित होने वाले COVID-19 वैश्विक शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी भाग लेंगे (भारत में 23 सितंबर)
- 23 सितंबर: व्हाइट हाउस में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ बैठक. यह दोनों नेताओं की पहली फॉर्मल बैठक होगी.
देश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए में निवेश को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की कुछ बड़ी कंपनियों के CEO के साथ बैठक करेंगे. इसमें एप्पल के CEO टिम कुक भी शामिल होंगे.
- 24 सितंबर: सुबह पीएम मोदी द्विपक्षीय बैठक और क्वाड समिट (Quad Summit) में हिस्सा लेंगे.
- 25 सितंबर: यूएन जनरल असेंबली (UNGA) के 76वें सेशन में स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे (6:30 बजे IST) पीएम मोदी का भाषण होगा.
- 26 सितंबर- स्वदेश लौटेंगे पीएम मोदी
अमेरिका में पीएम मोदी किन मुद्दों पर करेंगे चर्चा
पीएम मोदी और बाइडेन के बीच होने वाली द्विपक्षीय वार्ता में कट्टरपंथ, उग्रवाद, सीमा पार आतंकवाद और वैश्विक आतंकी नेटवर्क को खत्म करने की आवश्यकता पर चर्चा की उम्मीद है. द्विपक्षीय संबंधों में अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ बैठक भी शामिल है. उपराष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी की यह पहली औपचारिक बातचीत होगी. बैठक के दौरान अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर भी चर्चा होने की संभावना है.