श्रद्धालुओं के लिए एक खुशखबरी है.रामायण एक्सप्रेस के किराए में 20 से 30 फीसदी तक की कटौती जल्द हो सकती है. इससे सस्ते में भक्त भगवान राम से जुड़े स्थलों का दर्शन कर पाएंगे.महंगे किराए की वजह से इस ट्रेन को पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में अब इस ट्रेन के किराए में कटौती हो सकती है. आईआरसीटीसी ने धार्मिक यात्रियों को बढ़ावा देने के लिए भारत गौरव ट्रेनों (Bharat Gaurav) की शुरुआत की थी. इसमें अभी रामायण एक्सप्रेस ही चलाई जा रही है. आईआरसीटीसी को इस ट्रेन के उच्च किराये की वजह से कम-से-कम दो विशेष पर्यटन पैकेज रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
18 दिनों के पैकेज के लिए एसी-तृतीय श्रेणी का किराया अभी है 62,000 रुपए
सेवा शुरू होने के एक साल बाद ही रेलवे की तरफ से आईआरसीटीसी को इस विशेष ट्रेन का किराया कम करने के लिए मंजूरी दे दी गई. आईआरसीटीसी अभी तक स्वदेश दर्शन योजना की रामायण सर्किट पर इस ट्रेन की सिर्फ एक सेवा संचालित करने में सफल रही है. भारत गौरव पर्यटन ट्रेन में 18 दिनों के पैकेज के लिए एसी-तृतीय श्रेणी का किराया 62,000 रुपए है. इस ट्रेन को बेहतर गुणवत्ता वाले कोच और व्यावहारिक पर्यटन पैकेजों की मदद से घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत शुरू किया गया था लेकिन बेहद ऊंचे किराए के कारण आम लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
दिल्ली, काशी, दक्षिण भारत से लेकर नेपाल तक का भ्रमण कराती है रामायण एक्सप्रेस
रामायण एक्सप्रेस दिल्ली से नेपाल के जनकपुर तक जाती है. वहां से फिर भारत आकर काशी होते हुए दक्षिण भारत का भ्रमण कराती है. यह ट्रेन 17 रात और 18 दिनों की यात्रा कराती है. इस पर्यटन पैकेज में ट्रेन की यात्रा के साथ जहां जरूरत होती है, वहां बसों में भ्रमण कराया जाता है. पैकेज में भोजन, होटल में ठहरने का शुल्क और सभी तरह का टैक्स भी शामिल है. इसके साथ ही सभी यात्रियों का ट्रेवल इंश्योरेंस भी कराया जाता है, जिसका अलग से कोई चार्ज नहीं लिया जाता.
इन उद्देश्य से भारत गौरव ट्रेन की हुई थी शुरुआत
भारत गौरव ट्रेन को बेहतर गुणवत्ता वाले कोच और व्यावहारिक पर्यटन पैकेजों की मदद से घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत शुरू किया गया था. जिसमें पहले चरण के तहत रामायण सर्किट पर भगवान राम से जुड़े स्थलों का दर्शन कराया जा रहा है. लेकिन बेहद ऊंचे किराये ने इसे खास वर्ग तक ही सीमित कर दिया है.आईआरसीटीसी अभी तक स्वदेश दर्शन योजना की रामायण सर्किट पर इस ट्रेन की सिर्फ एक सेवा संचालित करने में सफल रही है.
यात्रियों को सिर्फ शाकाहारी भोजन परोसा जाता है
भारत गौरव ट्रेन की खास बात है कि इसमें यात्रियों को उनके बर्थ पर ही सिर्फ शाकाहारी भोजन परोसा जाता है. इस ट्रेन में बैठने के लिए लक्जरी सीट की व्यवस्था की गयी है, जो पूरी तरह से घुमने वाली है. ट्रेन के अंदर से भी बैठे-बैठे लोग बाहर के दृश्यों का आनंद ले सकते हैं.