
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने सभी छात्रों के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं, ऐसे में देश भर के 92% से अधिक शिक्षण कर्मचारियों को कोविड -19 वैक्सीन लग चुकी है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्कूलों को फिर से खोलने और कर्मचारियों के टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को पहले की तरह खोला जा सकता है. केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, “शिक्षा और कौशल पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े स्कूलों, संस्थानों और कौशल केंद्रों के शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मियों की टीकाकरण स्थिति की समीक्षा की. देश में हो रहे तेजी से टीकाकरण के साथ, हम अपने स्कूलों और अन्य शैक्षणिक और कौशल संस्थानों में सामान्य स्थिति और जीवंतता के साथ भविष्य की ओर देख रहे हैं."
Reviewed the vaccination progress of teaching and non-teaching personnel of schools, institutions and skill centres associated with the education and skilling ecosystem. pic.twitter.com/ol4BuK1ISv
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) November 2, 2021
92 प्रतिशत का हुआ टीकाकरण
शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, जहां देश भर में 92% से अधिक शिक्षण कर्मचारियों का टीकाकरण किया गया, वहीं केंद्र सरकार द्वारा संचालित संस्थानों ने अपने शिक्षण कर्मचारियों के बीच 96% टीकाकरण दर्ज किया है.
22 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में खुल चुके हैं स्कूल
आपको बता दें, शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल और असम सहित 22 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों ने पहली से 12 वीं कक्षा के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं. जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, गोवा और पुडुचेरी सहित छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं. इसी तरह, लद्दाख, गुजरात, पंजाब, नागालैंड और झारखंड सहित छह राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों ने कक्षा 6 से 12 वीं में नामांकित छात्रों के लिए स्कूल फिर से खोल दिए हैं.
मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि केवल पश्चिम बंगाल और मणिपुर में स्कूलों को फिर से खोलना बाकी है. जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि 16 नवंबर से कक्षा 9 से 12 के लिए स्कूल फिर से खुलेंगे, मणिपुर ने अभी तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं लिया है.
मार्च 2020 से हैं स्कूल बंद
गौरतलब हो कि मार्च 2020 से स्कूल बंद रहने के साथ, केंद्र ने राज्य सरकारों को पिछले साल अक्टूबर में कोविड -19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए फिर से खोलने पर निर्णय लेने की अनुमति दी थी. जबकि कई राज्यों ने आंशिक रूप से फिजिकल क्लासेज फिर से शुरू कर दी थीं, इस साल अप्रैल में देश में महामारी की दूसरी लहर आने के बाद फिर से पूरी तरह से बंद हो गए थे.
दरअसल, इस साल अगस्त में कोविड -19 की स्थिति में सुधार के साथ, कई राज्यों ने स्कूलों को फिर से खोलना शुरू कर दिया, यहां तक कि कर्मचारियों और शिक्षकों को पूरी तरह से टीकाकरण नहीं किए जाने पर भी चिंता जताई थी. जिसके बाद, केंद्र ने राज्यों को स्कूल शिक्षा विभाग के सचिवों से शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के टीकाकरण की स्थिति का दस्तावेजीकरण करने का निर्देश दिया था.
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