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देश में मेडिकल की सबसे सस्ती पढ़ाई अब उत्तराखंड में! मात्र 1.45 लाख में बन सकेंगे डॉक्टर

उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए मेडिकल की पढ़ाई की चाह रखने वाले छात्रों के लिए बड़ी राहत दी है. अब पूरे देश में मेडिकल की सबसे सस्ती पढ़ाई उत्तराखंड में होगी.अब मात्र 1 लाख 45 हजार का खर्च कर आप डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं.

Uttrakhand government reduces fee for MBBS courses Uttrakhand government reduces fee for MBBS courses
हाइलाइट्स
  • चार लाख से घटाकर 1.45 लाख की गई फीस

  • बॉन्ड भरकर पढ़ाई करने की भी होगी छू़ट

  • राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में होगी सुविधा

उत्तराखंड की पुष्कर स‍िंंह धामी सरकार की कैबिनेट बैठक में कई फैसले लिए गए लेकिन इन सभी महत्वपूर्ण फैसलों में सबसे अहम फैसला रहा मेडिकल की पढ़ाई को लेकर रहा. उत्तराखंड सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई की चाह रखने वाले छात्रों के लिए बड़ी राहत दी है. अब पूरे देश में मेडिकल की सबसे सस्ती पढ़ाई उत्तराखंड में होगी. अब मात्र 1 लाख 45 हजार का खर्च कर आप डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं.

चार लाख से 1.45 लाख घटाई गई फीस
गुरुवार को उत्तराखंड सरकार ने 18 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS की फीस को 4 लाख से घटाकर 1.45 लाख रुपये करने का फैसला किया है. सरकार का कहना है कि ये देश में मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के लिए सबसे सस्ती फीस होगी. बैठक में एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया गया जिसके तहत मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत राज्य की महिलाओं को सप्ताह में दो दिन पौष्टिक भोजन जैसे फल, सूखे मेवे और अंडे दिए जाएंगे. इसके अलावा कैबिनेट ने 20 दौरों के लिए ASHA बहनों को दिए जा रहे इंसेंटिव में 1000 से बढ़ाकर 2000 तक करने की मंजूरी दी है. 

पैसे की कमी झेल रहे युवाओं के लिए मौका
कोरोना काल मे जिस तरह से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और डॉक्टरों की कमी पूरे देश से लेकर प्रदेश में दिखाई दी उसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने डॉक्टरों की किल्लत दूर करने के लिए दूरगामी फैसला लेते हुए ये निर्णय लिया है. अब फाइनेंस की दिक्कत झेल रहे वो युवा जो डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं वो भी आसानी के साथ एमबीबीएस की पढ़ाई पूरा कर प्रदेश में अपना योगदान दे सकेंगे.

बॉन्ड भरकर पढ़ाई करने की भी होगी छू़ट
इतना ही नहीं राज्य सरकार ने पचास हजार का बॉन्ड भरकर पढ़ाई शुरू करने की छूट का प्रवाधान भी किया है. जो लोग डेढ़ लाख की रकम एक साथ नहीं चुका सकते सरकार ने उनके लिए मात्र 50 हजार के बांड भरकर पढ़ाई शुरू करने के फैसले को भी मंजूरी दे दी है. ये फैसला खासकर उन गरीब होनहारों के लिए बेहद बड़ा मील का पत्थर साबित होगा. उनके लिए अब एमबीबीएस की पढ़ाई करके डॉक्टर बनने की राह आसान हो गई है. 

सभी मेडिकल कॉलेजों में सुविधा उपलब्ध
सरकार ने मैदानी जिलों के मेडिकल कॉलेजों में बॉन्ड भरकर एमबीबीएस करने की सुविधा भी फिर से बहाल कर दी है. पहले बॉन्ड व्यवस्था के तहत केवल पर्वतीय क्षेत्रों के मेडिकल कॉलेजों जैसे श्रीनगर में ही बॉन्ड से पढ़ाई की सुविधा थी, जबकि बिना बॉन्ड के एमबीबीएस का शुल्क भी चार लाख रुपये हो गया था.

इस वजह से देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्रों को काफी परेशानी हो रही थी. इसके लिए छात्र लगातार आंदोलन कर रहे थे. आखिरकार सरकार ने एक ओर जहां बॉन्ड की व्यवस्था सभी मेडिकल कॉलेजों में बहाल कर दी है तो दूसरी ओर फीस भी चार लाख रुपये से घटाकर एक लाख 45 हजार रुपये कर दी है.