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Paralysis के कारण अपने पैर गंवा चुके अस्मित ने भरी हौसलों की उड़ान, Home Study से क्रैक की JEE MAINS परीक्षा

मंजिल उन्हीं को मिलती हैै, जिनके हौसलों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता... हौसलों से उड़ान होती है. 19 साल के अस्मित ने इस शेर को चरितार्थ कर दिखाया है. एक दुर्घटना में पैरालिसिस होने के बाद उन्हें करीब 13 सर्जरी करवानी पड़ीं. कई मुश्किलें आईं. छोटी सी उम्र में इतनी कठिनाइयों के बाद कइयों का जीवन शायद खत्म हो जाता लेकिन अस्मित ने जेईई मेन्स परीक्षा में सफलता हासिल की है.

19 year old Asmit has become an inspiration for many after cracking the JEE MAINS exam despite preparing from home. After becoming paralyzed in an accident, he had to undergo about 13 surgeries. Watch how Asmit achieved success in JEE Mains exam despite all the difficulties.