हरियाणा के गोहाना में सुरेंद्र विश्वास ने अबतक 210 बार रक्त दान किया है. इतना ही नहीं सुरेंद्र ने आहुति नाम की एक संस्था भी बनाई है. जिसके जरिए वो नेत्रदान और अंग दान के लिए भी मुहिम चला रहे हैं. सुरेंद्र के घर पर मेमेंटो और प्रशंसा पत्र का अंबार लगा है. ये सारे अवॉर्ड इन्हें रक्तदान के लिए मिले हैं. जिसे इन्होंने अपने बेड पर करीने से सजा रखा है. इन अवॉर्ड को देखकर इन्हें रक्तदान करने की और भी प्रेरणा मिलती है. सुरेंद्र विश्वास रहने वाले तो हैं हरियाणा के रोहतक में छोटे से कस्बे गोहाना के रहने वाले हैं. लेकिन इनकी सोच बहुत बड़ी है, रक्त दान की शुरुआत इन्होंने 16 साल की उम्र में शौकिया तौर पर की थी. लेकिन तीन साल बाद ही उनका ये शौक जुनून बन गया. रक्तदान को इन्होंने अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया.