किताबों की ये दुनिया रिटायर्ड कर्नल रजनीकांत त्रिपाठी की है. ज्ञान की ये दौलत उन्होंने खुद अपने शौक से बनाई है, जिसे लखनऊ में इनके घर पर देखा जा सकता है. घर की दूसरी मंजिल पर हजारों किताबों की ये लाइब्रेरी है. कर्नल त्रिपाठी की इस लाइब्रेरी में साहित्य, दर्शन, धर्म, इतिहास से जुड़ी किताबें मौजूद हैं. इनमें भारतीय और दूसरे देशों के साहित्यकारों की किताबें शामिल हैं. कर्नल त्रिपाठी ने इन किताबों को कटेगरी में बांट रखा है ताकि किताबों को खोजने और पढ़ने में सहूलियत हो. ऐसे-ऐसे कर्नल त्रिपाठी के पास कुल 23 हजार किताबें हैं. छोटी सी उम्र में किताबें पढ़ने का शौक कर्नल त्रिपाठी ने पूरी जिंदगी बरकरार रखा. यहां तक कि एकेडमिक पढ़ाई के साथ भी किताबें पढ़ते रहे. नौकरी में भी उन्होंने किताबों से दूरी नहीं बनाई. किताबों से कर्नल की इस मोहब्बत का राज भी बड़ा रोचक है. कर्नल त्रिपाठी की ये लाइब्रेरी बड़े करीने से लगी है,जिसमें हिंदी के विख्यात लेखक प्रेमचंद, श्रीलाल शुक्ल, हरिबंश राय बच्चन की किताबें हैं. तो वहीं उर्दू के मशहूर शायर फिराक गोरखपुरी समेत दूसरे शायरों की रचनाएं. इसी तरह अंग्रेजी साहित्य के शेख्सपियर, टॉलस्टॉय समेत कई विद्वानों की किताबें यहां मौजूद हैं.
This world of books belongs to retired Colonel Rajinikanth Tripathi.He himself has created this wealth of knowledge as a part of his hobby, which can be seen at his house in Lucknow.This library consisting of thousands of books is on the second floor of his house. Col Tripathi's library has books related to literature, philosophy, religion, history. These include books by writers from India and other countries. Colonel Tripathi has a total of 23 thousand books.