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भारतीय मूल की महिलाओं को चांद पर भेजने की तैयारी, जानें क्या है 'मिशन MOON'

किसी भारतीय महिला का चांद पर कदम रखना लगभग तय हो गया है. पूरी संभावना है कि वह इंटरनेशनल स्पेस यूनिवर्सिटी की ट्रेनिंग से गुजरेगी. दरअसल भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट डॉ. कल्पना चावला के दोस्तों ने उनकी स्मृति में फैलोशिप शुरू की थी, जिसके तहत साइंस फील्ड में प्रतिभाशाली भारत व भारतीय मूल की महिलाओं को चांद पर ले जाने की तैयारी है. प्रोजेक्ट के बोर्ड में पॉटर एडवाइजर हैं. 2021 के लिए 5 नाम हाल में तय किए गए हैं, हाल ही में अंतरिक्ष यात्रा से लौटीं वर्जिन गैलेक्टिक की भारतीय अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सिरिशा बांदला भी इससे जुड़ गई हैं. उन्होंने कहा,'डॉ. चावला मुझ जैसी लाखों युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं.

It is almost certain for an Indian woman to step on the moon. There is every possibility that she will undergo training at the International Space University. In fact, friends of Indian-American Astronaut Dr. Kalpana Chawla had started a fellowship in her memory, under which preparations are being made to take talented Indian and Indian-origin women to the moon in the field of science. Watch the video to know more.