किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि उपज के लिए एमएसपी (न्यूनतम बिक्री मूल्य) केवल कागजों पर मौजूद है. उन्होंने कहा कि कोई भी उत्पाद एमएसपी पर न ही खरीदा गया है और ही खरीदा जाएगा. टिकैत ने कहा,"हमें अपनी फसलों का उचित मूल्य मिल जाए. जो भारत सरकार ने कहा कि एमएसपी थी, है और रहेगी वो सिर्फ कागजों में न रहकर धरातल पर मिल जाए इसलिए हम 11 महीने से सड़कों पर बैठे हैं." इसके अलावा उनकी मांग है कि किसान इतने महीने से सड़को पर बैठे हैं. देश में 750 किसानों की मौत हो गई इस पर एक बार प्रधानमंत्री मोदी को सांसद में कुछ बोलना चाहिए कि ये दुःख की घटना है कि हमारे किसान शहीद हुए.
Speaking at the India Today Conclave 2021, farmer leader Rakesh Tikait said farmers will not hold talks with the government if "conditions" are imposed on the talks. "The government of India said that MSP [minimum selling price for farm produce] was, is and will be there. It should be there on the ground, not merely on paper in Delhi," he added.