भारतीय वायुसेना सेना के लिए एयर शो बेहद ख़ास क्यों है. इसे जानने के लिए आपको इतिहास के उन पन्नों को पलटना होगा. जिस पर वायु वीरों की शौर्यगाथाएं आज भी दमक रही हैं. 8 अक्टूबर 1932 को जब भारतीय वायुसेना का गठन हुआ. तब इसका नाम रॉयल इंडियन एयर फोर्स था. आजादी मिलने के बाद सन् 1950 में इसका नाम बदलकर इंडियन एयरफोर्स कर दिया गया. भारतीय वायुसेना का ध्येय वाक्य है 'नभःस्पृशं दीप्तम्'. इसके अलावा इसे "सैबर का कातिल" कहा जाता है. ये नाम इसलिए पड़ा क्योंकि सन् 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के पास सैबर जेट नाम के अत्याधुनिक विमान थे. जिनका पूरा स्क्वैड्रन भारत के जांबाज वायुसैनिकों ने ध्वस्त कर दिया था. 1971 में पाकिस्तानी सेना के समर्पण से पहले इंडियन एयरफोर्स ने पाक के 94 लड़ाकू विमानों को मार गिराया था.
The Indian Air Force (IAF) marked 50 years of India-Pakistan war of 1971. The air show was organised at Coimbatore’s Sulur Air Force Station which comprised of highly-skilled and well coordinated aerobatic displays. Spectators got amazed with the air show.