उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में स्ट्रॉबेरी की खेती करने के बाद से गुरलीन चावला सुर्खियों में हैं. जिस बुंदेलखंड में खेती को अभिशापित माना जाता रहा है वहां तकनीक और गुण की बदौलत गुरलीन ने सफलता की नई कहानी लिखी है. गुरलीन ने खेती शुरू करने के लिए महाबलेश्वर के किसानों से संपर्क किया. किसानों से मिली जानकारी का इस्तेमाल पौधों के रख-रखाव, सही ग्रोथ और पैदावार बढ़ाने के लिए किया. गुरलीन ने 1800 पौधे लगाए. पौधे के नीचे पॉलिथीन बिछाई और पानी की पाइप लाइन लगाई ताकि पानी बर्बाद न हो, बल्कि सीधे पौधों को मिले. फसल में कीटनाशक की जगह गोबर और जैविक खाद का इस्तेमाल किया. गुरलीन के ये सारे नुस्खे कामयाब हुए. देखिए ये रिपोर्ट.
Gurleen Chawla, a 23-year-old woman credited with introducing strawberry farming in the Bundelkhand area. PM Modi praised her efforts during his first 'Mann Ki Baat’ address of 2021. Watch this report to know more about this story.