दुर्गा पूजा में पंडालों के जरिए सामाजिक संदेशों की परंपरा पुरानी है. यही वजह है कि अलग-अलग थीम पर हर साल दुर्गा पांडाल सजाए जाते हैं. इस बार कोलकाता में एक ऐसा ही ईको फ्रेंडली पांडाल बनाया गया है. जिसमें फूस और मिट्टी के सेरामिक से द्रौपदी की कलाकृति बनाई गई है. अलग अलग थीम पर बने दुर्गा पांडाल कोलकाता की खासियत हैं और इसका मकसद कोई ना कोई खास संदेश देना होता है. जैसे कि इस पांडाल की थीम है अपराजिता. यानी नारी जो कभी पराजित नहीं हो सकती. पांडाल में द्रौपदी के रौद्र रूप के जरिए नारी शक्ति को दिखाया गया है और मां दुर्गा उसकी चरम अभिव्यक्ति है.