दिल्ली में ओमिक्रॉन के साथ-साथ कोरोना पॉजिटिव मामलों में तेज़ी से इज़ाफ़ा हो रहा है. दिल्ली सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक सिर्फ दिसंबर महीने में एक्टिव कोरोना मरीज़ों की संख्या में 118% बढ़ोतरी दर्ज हुई है. वहीं, दिल्ली में सील होने वाले इलाकों यानी कंटेंमेंट ज़ोन भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं.
साउथ दिल्ली में 83 कंटेंमेंट जोन
दिल्ली में 22 दिसंबर तक कंटेंमेंट जोन की संख्या 184 हो चुकी है, जिनमें 83 कंटेंमेंट जोन केवल साउथ दिल्ली जिले में है, यानी पूरी दिल्ली के कंटेंमेंट जोन का 45 फीसदी हिस्सा केवल साउथ दिल्ली जिले में है. साउथ दिल्ली में सील होने वाले इलाकों में ज़्यादातर फार्म हाउस भी हैं. कोरोना के बढ़ते आंकड़े होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों की संख्या भी बढ़ा रहे हैं, इसके कारण कंटेंमेंट जोन की संख्या बढ़ रही है. बीते तीन हफ्ते के दौरान कंटेंमेंट जोन की संख्या में 80 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है, 22 दिसम्बर को कंटेंमेंट जोन की संख्या 184 हो गई है, जो 1 दिसंबर को महज 102 थी.
होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों की संख्या बढ़ी
वहीं इस दौरान होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों की संख्या में 112 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. 1 दिसम्बर को होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीजों की जो संख्या 136 थी, वो अब बढ़कर 289 हो गई है. 13 दिसम्बर तक दिल्ली में रोजाना 30 केस दर्ज हो रहे थे वहीं अब 22 दिसम्बर को रोजाना दर्ज होने वाले मामलों की संख्या 125 तक पहुंच गई है. यानी हर दिन दर्ज होने वाले मामलों में 4 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. हैरानी की बात है कि जो संक्रमण दर 13 दिसम्बर को 0.06 फीसदी थी, वो आंकड़ा 10 दिन बाद 22 दिसम्बर को बढ़कर अब 0.20 फीसदी हो गया है.
10 दिन में 59% एक्टिव केस में वृद्धि
13 दिसम्बर को दिल्ली में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 393 थी, जो आज बढ़कर 624 हो गई है, यानी बीते 10 दिनों के दौरान सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या में करीब 59 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है, जबकि पिछले 3 हफ्ते के दौरान यानी कि 1 दिसम्बर से 22 दिसम्बर के बीच एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या में 118 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. बीते 3 हफ्ते के दौरान अस्पतालों में इलाजरत कोरोना मरीजों की संख्या 89 फीसदी बढ़ गई है. अभी दिल्ली के अस्पतालों में 210 कोरोना मरीज भर्ती हैं, जो संख्या 1 दिसम्बर को 111 थी.
पंकज जैन की रिपोर्ट