कोरोना महामारी से बचाव के लिए शुरू किए गए टीकाकरण अभियान के तहत भारत लगातार मील के पत्थर पार करता जा रहा है. भारत ने अपनी 80 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है. शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर बयान जारी करते हुए इस बारे में जानकारी दी.
देश में कोरोना के खिलाफ जंग को और मजबूती मिली है. भारत ने अपनी कुल वयस्क आबादी के 80 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगा दी हैं. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर कहा, "सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन. भारत ने अपनी 80 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में 'सबका प्रयास' के मंत्र के साथ देश 100 प्रतिशत टीकाकरण की तरफ तेज गति से बढ़ रहा है." आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक 173.16 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. जिसमें से 96.19 करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज और 76.97 करोड़ लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी हैं.
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को ही बताया कि देश में 15 से 18 साल की उम्र के दो करोड़ से ज्यादा किशोरों का फुल वैक्सीनेशन हो गया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘युवा भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को अगले स्तर पर ले जा रहा है. 15 से 18 साल की उम्र के दो करोड़ से ज्यादा किशोरों का पूर्ण कोविड टीकाकरण हो चुका है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 15 से 18 साल की उम्र के 70 प्रतिशत से ज्यादा बच्चों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक लगा दी गई है. रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया के अनुसार, 2021-22 के लिए 15-18 आयु वर्ग के लाभार्थियों की अनुमानित जनसंख्या 7.4 करोड़ है. देश में इस आयुवर्ग के लिए कोविड रोधी टीकाकरण 3 जनवरी 2022 से शुरू हुआ था.