आज के जमाने में टैटू आर्ट दिखाने के एक बेहतरीन तरीका बन चुका है. लेकिन कई बार लोग टैटू बनवाने से पहले कई चीजों का ध्यान नहीं रखते हैं, जिससे उन्हें बाद में परेशानी का सामना करना पड़ता है. जैसे हाल ही में खुलासा हुआ है कि टैटू की इंक जानलेवा हो सकती है.
बिंघमटन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में इसका खुलासा हुआ है. इस स्टडी में सामने आया कि टैटू इंक में लेबल की गई चीजें उसमें मौजूद असली चीजों से अलग हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि विश्लेषण की गई 90% इंक में एडिटिव्स और पिग्मेंट शामिल थे. ये आपकी स्किन को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं.
इंक स्किन को पहुंचा सकती है नुकसान
दरअसल, टैटू की इंक में लिक्विड फॉर्म में पिग्मेंट पार्टिकल, डाई, बाइंडर मौजूद होते हैं. ये चीजें टैटू को लंबे समय तक टिकने देती हैं. लेकिन अब जो स्टडी हुई है इसमें सामने आया है कि इसमें कुछ छिपी हुई चीजें भी मिली हैं. इंक में पॉलीथीन ग्लाइकोल और प्रोपलीन ग्लाइकोल जैसे पदार्थ मिले हैं. जो स्किन को डैमेज कर सकते हैं और इससे एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है.
कैसे बचें इन खतरों से?
लोगों को सावधानी और जागरूकता के साथ टैटू बनवाना चाहिए. बेंगलुरु स्थित प्रसिद्ध स्किन एक्सपर्ट डॉ. शिरीन फर्टाडो टैटू को लेकर चेतावनी दी है. उनके मुताबिक, टैटू हमेशा किसी एक्सपर्ट से ही बनवाना चाहिए. टैटू गुदवाने से पहले, व्यक्तियों को स्टूडियो, कलाकार के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए. इसके अलावा, स्किन एक्सपर्ट के पास जाना चाहिए और ये चेक करना चाहिए कि कहीं आपकी स्किन किसी केमिकल को लेकर रिएक्ट तो नहीं करती है. साथ ही टैटू से पहले शराब या नशीली दवाओं से परहेज करना चाहिए.
किसे नहीं करवाना चाहिए टैटू?
हालांकि, टैटू ज्यादातर व्यक्तियों के लिए सुरक्षित हो सकते हैं. लेकिन कुछ मेडिकल स्थितियों में इनसे बचना चाहिए. गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं, दिल की समस्याओं का सामना कर रहे लोगों, मिर्गी, डायबिटीज, हीमोफिलिया या ब्लड थिनर करने वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. अगर आप किसी साइकोलॉजिकल बीमारी से जूझ रहे हैं तो टैटू करवाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.