बदलते मौसम के बीच देश के कई राज्यों में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है. अस्पताल डेंगू के मरीजों से भरे हुए हैं. इस बीच राहत की खबर ये है कि Johnson & Johnson कंपनी ने एक ऐसी दवा तैयार की है, जो डेंगू वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है. US में किए एक छोटे ह्यूमन ट्रायल में इसके पॉजिटिव रिजल्ट देखने को मिले हैं.
शिकागो में हुई अमेरिकन सोसाइटी ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन एंड हाइजीन की वार्षिक बैठक में डेटा पेश करते हुए कंपनी ने कहा, दुनियाभर में डेंगू का फिलहाल कोई इलाज नहीं है, और इसी वजह से डेंगू का खतरा और ज्यादा बढ़ रहा है. कंपनी के रिसर्चर मार्निक्स वान लॉक ने कहा, "यह डेंगू के खिलाफ एंटीवायरल एक्टिविटी दिखाने वाली पहली दवा है."
कैसे हुआ ह्यूमन ट्रायल
ह्यूमन ट्रायल में शोधकर्ता टीके का परीक्षण करने के लिए हेल्दी लोगों को रोगजनक के संपर्क में लाते हैं, ताकि बीमारी को बेहतर ढंग से समझा जा सके. हालांकि डेंगू बुखार में ज्यादातर लक्षण नहीं दिखाई देते. लेकिन कुछ रोगियों को जोड़ों के दर्द और ऐंठन के लक्षणों के साथ गंभीर बुखार की शिकायत रहती है. डेंगू की वजह से एशिया और अमेरिका में हर साल लाखों लोग संक्रमित होते हैं और हजारों लोगों की मौत होती है.
10 में से 6 लोगों में दिखे सकारात्मक परिणाम
जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के साथ किए गए ट्रायल में 10 वॉलंटियर्स को एक ही तरह के डेंगू इंजेक्ट करने से पांच दिन पहले जे एंड जे गोली की हाई डोज दी गई थी. इसके बाद वे लगातार 21 दिनों तक गोली लेते रहे. इन 10 वॉलंटियर्स में से 6 में रोगजनक के संपर्क में आने के बाद भी उनके खून में डेंगू का वायरस नहीं दिखा. वहीं प्लेसीबो ग्रुप के 5 लोगों को डेंगू इंजेक्ट किया गया तो उनके ब्लड में वायरस की मौजूदगी पाई गई.
वायरल प्रोटीन की क्रिया को करती है ब्लॉक
फिलहाल ये दवा चार अलग-अलग डेंगू के बुखार में उपयोगी है, जल्द ही इसका इलाज के तौर पर परीक्षण किया जाएगा. ये दवा दो वायरल प्रोटीन की क्रिया को ब्लॉक करके काम करती है, जोकि वायरस को फैलने से रोकती है. ह्यूमन ट्रायल के फेज 3 में अगर ये दवा सफल रहती है तो जल्द ही इसकी पहुंच निम्न और मध्यम आय वाले देशों तक सुनिश्चित की जाएगी.
बिना बुखार के भी हो सकता है डेंगू
डेंगू एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. डेंगू संक्रमण DEN-1, DEN-2, DEN-3, और DEN-4 वायरस से फैलता है. डेंगू के लक्षण तब तक नजर नहीं आते जब तक मामला गंभीर न हो. इसलिए अगस्त-सितंबर-अक्टूबर में अगर किसी को शरीर में दर्द, थकान, भूख ना लगना, हल्का-सा रैश, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्या हो, लेकिन बुखार की हिस्ट्री ना हो, तो वो डेंगू हो सकता है.