कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह दुनिया से खत्म भी नहीं हुआ है कि एक नया वायरस सुर्खियों में आ गया है. हाल ही में, एक बीमारी चर्चा का विषय बनी है जो अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों से सामने आई है, जिसके कारण नौ बच्चे पहले ही मर चुके हैं और अधिकांश दस वर्ष से कम उम्र के हैं. नतीजतन, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने माता-पिता से अपने बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित होने का आग्रह किया है, हालांकि संक्रमण हल्का है, लेकिन बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं. इस संक्रमण का नाम है स्ट्रेप ए. तो चलिए आपको स्ट्रेप ए संक्रमण, इसके लक्षण, लक्षण और इलाज के बारे में बताते हैं.
स्ट्रेप ए संक्रमण क्या है?
स्ट्रेप ए एक बैक्टीरिया है जो गले और त्वचा पर पाया जाता है. यह आमतौर पर हल्का बुखार और गले में संक्रमण का कारण बनता है. बहुत से लोग लक्षणों के बिना इस संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं, लेकिन यह अक्सर तेज बुखार या गले के संक्रमण का कारण बनता है जिसे स्ट्रेप थ्रोट कहा जाता है. संक्रमण तब फैल सकता है जब लोग खांसते या छींकते हैं, जिनमें बैक्टीरिया होते हैं या फिर स्किन-टू स्किन ट्रांसफर भी होता है. इसलिए बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है साफ-सफाई रखना.
स्ट्रेप ए संक्रमण के लक्षण
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, संक्रमण के लक्षणों में निगलने पर गले में दर्द, बुखार, त्वचा पर चकत्ते और टॉन्सिल और ग्रंथियों में सूजन शामिल हैं. यूकेएचएसए के मुताबिक, छोटे बच्चों के माता-पिता को निम्नलिखित संकेतों और लक्षणों का ध्यान रखना चाहिए:
स्ट्रेप ए संक्रमण का उपचार
वैसे तो इस बीमारी का कोई टीका या सटीक इलाज नहीं है. लेकिन इसके लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स की रेंज से दवा देते हैं, जो स्ट्रेप ए का प्रभावी ढंग से इलाज कर सकती है. कई बार इंफेक्शन के गंभीर होने पर मरीज को अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ता है. साथ ही इस संक्रमण से बचने के लिए कुछ जरूरी कदमों पर भी ध्यान देना होगा. सफाई के साथ-साथ मामलों की बढ़ती संख्या पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है. साथ ही बच्चों को मास्क लगाएं और लक्षण दिखते ही उन्हें डॉक्टर के पास ले जाएं.