अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर ने एक ही मरीज के चार अंगों का सफल प्रत्यारोपण किया है. केंद्रपाड़ा जिले के आली ब्लॉक की एक 37 वर्षीय महिला को घुटने और कूल्हे के जोड़ों में गंभीर दर्द के साथ एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था. वह रूमेटाइड आर्थराइटिस से पीड़ित थी. कूल्हों और घुटनों की गंभीर गठिया की वजह से वह अपंग हो गई थी. एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों ने एक ही सेटिंग में चार जॉइंट को सफल रिप्लेसमेंट किया. इस शानदार कार्य के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों के प्रयास की सराहना की.
डॉक्टरों की टीम के लिए थी बड़ी परीक्षा
मरीज के कूल्हे के जोड़ों में कोई हलचल नहीं थी और उसके दोनों घुटनों में बहुत कम हलचल थी. उसे चारों जोड़ों की रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत थी. डॉक्टरों की एक टीम ने मरीज का मूल्यांकन किया. और कूल्हे और घुटने के दोनों जोड़ों की एक ही सेटिंग में सर्जरी की योजना बनाई. पहले कूल्हों का प्रतिस्थापन किया गया और उसके बाद घुटनों का.तीन घंटे में सर्जरी पूरी की जा सकी. मरीज को दो दिनों तक आईसीयू में रखा गया. उसने तीसरे दिन चलना शुरू किया और वह परिणामों से खुश थी.
टीम में ये थे शामिल
कुशल टीम प्रबंधन, कम उम्र और कोई अन्य बीमारी नहीं होने के कारण मरीज का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया जा सका. बीएसकेवाइ योजना के माध्यम से सरकार द्वारा प्रत्यारोपण और सर्जरी की लागत प्रदान की गई थी. डॉ. सुजीत कुमार त्रिपाठी और डॉ. मंटू जैन प्रमुख आर्थोपेडिक सर्जन थे. एनेस्थीसिया टीम का नेतृत्व डॉ. श्रीतम स्वरूप जेना कर रहे थे.
दुनिया का ऐसा दूसरा मामला
इससे पहले एम्स दिल्ली से केवल एक मामला सामने आया था जिसमें एक रोगी का एक ही सेटिंग में सभी चार संयुक्त प्रतिस्थापन के साथ ऑपरेशन किया गया था. यह विश्व स्तर पर रिपोर्ट किया जाने वाला दूसरा मामला है और ओडिशा में अपनी तरह का पहला मामला है जहां सभी चार जोड़ों को एक ही सेटिंग में बदल दिया गया है.
पीएम ने की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के एक अपंग मरीज की पहली बार चौगुनी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करने के लिए एम्स-भुवनेश्वर के डॉक्टरों के प्रयास की सराहना की है. मोदी ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, चिकित्सा जगत में हमेशा नवाचार में सबसे आगे रहने और नए बदलावों को अपनाने के लिए हमारे डॉक्टरों को बधाई. उनकी निपुणता हमें गौरवान्वित करती है! इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी दुर्लभ सर्जरी के सफल संचालन के लिए चिकित्सा संस्थान की सराहना की थी.