कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने यूपी में कोविड मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का आदेश जारी किया है. सोमवार को केरल में कोविड का नया वैरिएंट JN-1 का एक मरीज पाया गया, जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने एडवाइजरी जारी की है. उत्तर प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. अगर कोई नया कोविड मरीज मिलता है तो सबसे पहले उसका सैंपल सीक्वेंसिंग कराया जाएगा.
सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जाएगी
यूपी में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जाएगी. हालांकि उत्तर प्रदेश में इस नए वेरिएंट का कोई मामला नहीं मिला है, लेकिन एहतियातन अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही संबंधित अधिकारियों को ऑक्सीजन से लेकर मरीज को भर्ती करने तक पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए रोजाना मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं. फिलहाल राज्य के सरकारी अस्पतालों में रोजाना 100 टेस्ट हो रहे हैं. राज्य में फिलहाल कोई भी पॉजिटिव केस नहीं है.
क्या होती है जीनोम सीक्वेंसिंग
जीन की तय जगह और दो जीन के बीच की दूरी और उसके आंतरिक हिस्सों के व्यवहार और उसकी दूरी को समझने के लिए कई तरीकों से जीनोम सीक्वेंसिंग की जाती है. वायरस के विशाल समूह को जीनोम कहा जाता है और वायरस के बारे में जानने की विधि को जीनोम सीक्वेंसिंग कहा जाता है.
तापमान में गिरावट के साथ ही कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में भी उछाल आया है. अमेरिका, चीन और सिंगापुर जैसे देशों में बढ़ रहे कोविड मामलों के बाद भारत में भी वृद्धि देखी गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में 288 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 1,970 हो गए हैं.