“An Appple a day keeps doctor away”, हम बचपन से ये लाइन सुनते आ रहे हैं. इसका मतलब है कि हम अगर दिन में एक सेब खाएं तो हम डॉक्टर से दूर रहेंगें. आज हम आपको बता रहे हैं कि सेब हमें डॉक्टर्स से कैसे दूर रखता है.
कैंसर से करता है बचाव
जब भी हम सेब खाने से मना करते तो अक्सर हमारे दादा-दादी और घर के बुजुर्ग सेब के फायदों की झड़ी लगा देते थे. सेब हमारे इम्यून और डाइजेस्टिव सिस्टम को स्वस्थ रखता है. स्वादिष्ट और रसीले सेबों में एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, विटामिन और खनिजों के साथ पोषक तत्वों का खजाना होता है, जो हमें स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मोटापा और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर से भी बचाता है.
पाए जाते हैं दोनों तरह के फाइबर
सेब में 36 प्रतिशत सोल्युबल और 64 प्रतिशत इनसोल्युबल फाइबर होते हैं. कब्ज, डायरिया या पाचन संबंधी कोई अन्य समस्या हो, सेब सभी में काम आता है. दोनों पेट की समस्याएं एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं, लेकिन सेब में ऐसे फाइबर होते हैं जो दोनों ही मामलों में काम करते हैं. सेब के इनसोल्युबल फाइबर उन लोगों के लिए भी मददगार साबित होते हैं, जिन्हें ‘हार्ड स्टूल’ की समस्या होती है. कब्ज की समस्या होने पर सेब का छिलका बिना छीले खाने की सलाह दी जाती है.
कब्ज में रामबाण इलाज
पोषण विशेषज्ञ पूजा मखीजा का कहना है, "सेब के छिलके में इनसोल्युबल फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है. यह स्टूल को आंत के रास्ते से जल्दी पास करा देता है और कब्ज को दूर करने में मदद करता है." पोषण विशेषज्ञ पूजा मखीजा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किए गए एक वीडियो में बताया है कि कैसे सेब में कब्ज और दस्त दोनों को दूर रखने का यह अद्भुत गुण है.
मधुमेह में भी है उपयोगी
सेब को मधुमेह वाले लोगों के लिए भी एक उपयोगी फल माना जाता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो हरे सेब में नेचुरल शुगर लाल सेब के मुकाबले कम होता है और फाइबर की मात्रा लाल सेब से अधिक होती है. इसलिए इसके इस्तेमाल से शुगर लेवल भी नहीं बढ़ता. डायबिटीज के रोगियों को ज्यादातर हरा सेब खाने की सलाह दी जाती है. एक शोध के अनुसार शुगर पेशेंट द्वारा खाने के बाद सेब के सिरके का इस्तेमाल करने पर खाने के बाद बढ़े ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.