

मध्य प्रदेश के विदिशा में एक शादी समारोह चल रहा था. रंग बिरंगी लाइटों से जगमगा रही स्क्रीन के आगे परिणीता जैन डांस कर रही थीं. माहौल बेहद खुशुनमा था कि अचानक परिणीता स्टेज पर ही गिर पड़ीं. कार्यक्रम में मौजूद डॉक्टरों ने परिणीता को सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठीं. जब परिणीता को हॉस्पिटल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
परिणीता की मृत्यु ने एक बार फिर भारतीयों के दिल की सेहत (Heart Health) पर चर्चा को हवा दी. बीते कुछ सालों में ऐसे अनगिनत मामले सामने आए हैं जहां कोई व्यक्ति डांस करते हुए, खेलते हुए या रोज़मर्रा का कोई और काम करते हुए अचानक गिर गया. और मालूम हुआ कि वह इंसान हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा चुका है.
हार्ट अटैक जैसी जानलेवा घटना हालांकि सहसा नहीं हो जाती. लंबे समय तक दिल अस्वस्थ रहने के बाद इंसान हार्ट अटैक/कार्डिएक अरेस्ट तक पहुंचता है. तो आखिर कैसे पहचाना जाए कि किसी पर हार्ट अटैक का खतरा मंडरा रहा है. किन निशानियों को देख हमें सतर्क हो जाना चाहिए? कैसे इंसान अपने दिल को स्वस्थ रख सकता है और हार्ट अटैक के खतरे को टाल सकता है?
इन सवालों का जवाब दे रहे हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट के न्यूमेड सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल (Numed Hospital) में बतौर कंसल्टेंट कार्डियॉलोजिस्ट प्रैक्टिस कर रहे सैयद ज़फरुल हसन.
कब बजनी चाहिए दिमाग में घंटी?
डॉक्टर हसन बताते हैं कि कई बार दिल से जुड़ी समस्याएं बिना किसी संकेत या लक्षण के उठ सकती हैं. लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो अगर आप अपने शरीर में नोटिस करें तो आपके दिमाग में घंटियां बजनी शुरू हो जानी चाहिए. इनमें सांस फूलना, चक्कर आना और सीने में अकसर दर्द उठना शामिल है.
डॉ हसन कहते हैं, "दो-तीन चीजें हैं जो खराब हार्ट हेल्द की सूचक हैं. अगर आपके ब्लड प्रेशर में बार-बार उतार-चढ़ाव होता है, आपका शुगर काबू में नहीं है या आपको सुस्ती, थकान, सीने में बार-बार दर्द उठने की शिकायत है तो ये खराब हार्ट हेल्द की निशानियां हैं. अगर आप अकसर चक्कर खाकर गिर जाते हैं तो ये भी खराब हार्ट हेल्द का ही अंदेशा है."
डॉ हसन बताते हैं, "अगर आपके ऊपर स्ट्रेस बहुत ज्यादा है तो यह भी आपको दिल से जुड़ी परेशानियों की ओर ले जा सकता है. इन चीजों को नज़रंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए. अगर कोई इंसान ऐसी निशानियां नोटिस करता है तो उसे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए."
ऐसा हो तो डॉक्टर से जरूर मिलें
डॉक्टर के पास रेगुलर चेकअप के लिए जाना अच्छा है, लेकिन अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी ये परेशानियां हैं तो आपको दिल के डॉक्टर से मिल लेना चाहिए. डॉ हसन के अनुसार, अगर आपको ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल या शुगर बढ़ा हुआ होने की परेशानी है तो किसी कार्डियोलॉजिस्ट से मिलें. इसके अलावा अगर आपके परिवार में किसी को दिल से जुड़ी परेशानी रही है तो भी डॉक्टर से मिलें.
क्या उपाय हैं जरूरी?
डॉक्टर हसन कहते हैं कि मौजूदा दौर में अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए सबसे पहले तो शराब, धूम्रपान और रात में जागने जैसी बुरी आदतें छोड़नी होंगी. लेकिन सबसे जरूरी है अपने स्ट्रेस को मैनेज करना. वह बताते हैं कि उनके पास जो भी मामले आते हैं, उनमें सबसे ज्यादा स्ट्रेस से जुड़े होते हैं.
डॉक्टर हसन कहते हैं, "आज की तारीख में स्ट्रेस लेवल मैनेज करना बेहद जरूरी है. हमारे पास हाल ही में एक मामला आया. वह शख्स हॉस्पिटल के पास ही मैदान में क्रिकेट खेल रहा था, कि तभी बैटिंग करते-करते वह पिच पर ही गिर पड़ा. इत्तेफाक से वहां मौजूद एक अन्य शख्स को मालूम था कि इस सूरत में मरीज का हार्ट पंप करना है."
वह बताते हैं, "मरीज को इसके बाद अस्पताल लाया गया और उसकी एंजियोग्राफी की गई. हमें ऐसे पेशेंट्स बहुत ज्यादा दिख रहे हैं (जो दिखने में स्वस्थ हैं लेकिन) उनका स्ट्रेस लेवल बहुत ज्यादा है. इसे मैनेज करने के लिए आप चाहे मेडिटेशन करें, कार्डियो करें, आम वर्कआउट करें या जिम जाएं."
डॉ हसन कहते हैं कि इसके अलावा सही डाइट लेना भी बहुत जरूरी है. आप तला हुआ खाना कम ही खाएं. अपने खाने में तेल की मात्रा कम रखें. साथ ही अपनी डाइट में नट्स शामिल करें. बादाम, काजू, मूंगफली आदी का सेवन करें. अगर आपके परिवार में किसी को दिल से जुड़ी समस्याएं रही हैं तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें.