वियरेबल डिवाइसेस और फोन-बेस्ड ऐप्स की लोकप्रियता हाल के सालों में तेजी से बढ़ी है. इस गैजेट्स के जरिए आपने खाने में कितना कैलोरी लिया या फिर एक्सरसाइज करके कितना वजन कम किया, दिनभर में कितने कदम चले या कितने घंटे की नींद ली ये सब चुटकियों में पता चल जाता है. नींद की क्वालिटी जांचने के लिए आजकल ज्यादातर लोग स्लीप ट्रैकर पहनकर सोते हैं. ये उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो स्लीप डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं. इसे पहनकर आप अपने क्वालिटी स्लीप को ट्रैक कर सकते हैं और इसमें सुधार ला सकते हैं.
स्लीप ट्रैकर्स में गैजेट को अपने पास या सोने वाली जगह पर रखना होता है. स्लीप ट्रैकर्स का अध्ययन करने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि इसके कुछ फायदे भी हैं जिन्हें जानने की जरूरत है. स्लीप ट्रैकर अनिद्रा या दूसरे नींद संबंधी विकारों का इलाज नहीं हैं. ट्रैकर्स के बारे में जानने योग्य बातें यहां दी गई हैं.
क्या ट्रैकर आपके लिए जरूरी हैं?
स्लीप ट्रैकर्स में एक व्यक्ति की नेचुरल स्लीपिंग के डेटा को रिकॉर्ड करने की क्षमता है यानी की एक व्यक्ति सोने के दौरान कितने घंटे की क्वालिटी नींद लेता है ये सब आपके अपने गैजेट के जरिए मालूम चल सकता है.
एक स्लीप ट्रैकर यूजर देख सकता है कि हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाना और उठना उनके मैट्रिक्स को कैसे सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है.
नींद की अवधि: आपके इनएक्टिव होने के समय को ट्रैक करके स्लीप ट्रैकर ये रिकॉर्ड कर सकते हैं कि आप रात में कब सोए और कब सुबह उठे.
नींद की गुणवत्ता: ट्रैकर इंटरप्ट नींद का पता लगा सकते हैं, जिससे आपको पता चलता है कि आप रात में सोने के दौरान कब करवट ले रहे हैं या जाग रहे हैं.
नींद के चरण: कुछ ट्रैकिंग सिस्टम आपकी नींद के फेस को ट्रैक करते हैं और अलार्म का काम करते हैं जब आप कम गहरी नींद में सो रहे होते हैं.
हालांकि स्लीप ट्रैकर्स के कुछ लिमिटेशन भी हैं. इस डिवाइस की मदद से हमेशा आप अच्छी नींद लेने के लिए परेशान रहेंगे और इस समस्या को ऑर्थोसोमेनिया कहते हैं. स्लीप ट्रैकर नींद संबंधी विकारों का इलाज नहीं हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह भी स्पष्ट नहीं है कि ट्रैकर्स द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा से उपयोगकर्ता कैसे लाभान्वित हो सकते हैं, क्योंकि सबके साथ सोने का एक जैसा नियम लागू हो ऐसा जरूरी नहीं है.