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Asthma Patients Precautions: अस्थमा रोगियों को ज्यादा परेशान कर सकता है गर्मी और उमस भरा ये मौसम, जानें कैसे बचाएं खुद को? 

गर्मी और नमी के कारण होने वाली सूजन और सिकुड़न से अस्थमा और गंभीर हो सकता है. साथ ही डिहाइड्रेशन और बढ़े हुए तापमान से बलगम गाढ़ा हो सकता है. इससे अस्थमा के रोगियों के लिए सांस लेना और भी मुश्किल हो सकता है. 

Asthma Precautions (Photo: Unsplash) Asthma Precautions (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • अस्थमा रोगियों के लिए चुनौतीपूर्ण है मौसम

  • गर्मी और उमस भरा मौसम परेशान कर सकता है

गर्म और उमस भरे मौसम को सभी खराब मानते हैं. ये मौसम अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है. लेकिन अस्थमा के रोगियों के लिए यह विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इस दौरान हवा में प्रदूषक चीजें और धूल ज्यादा हो जाती है. इन सबकी वजह से हमारी सांस लेने वाली नली में परेशानी आ सकती है. इतना ही नहीं इसमें सूजन और जलन भी हो सकती है. इससे खांसी, घरघराहट और सांस की तकलीफ सहित अस्थमा के कई लक्षण नजर आ सकते हैं.

अस्थमा रोगियों के लिए चुनौतीपूर्ण  

गर्मी और नमी के कारण होने वाली सूजन और सिकुड़न से अस्थमा और गंभीर हो सकता है. गर्म और नम हवा प्रभावी रूप से नुकसान कर सकती है. इतना ही नहीं इससे कई बार सांस लेना भी मुश्किल हो सकता है. इसके अलावा, ओजोन जैसे वायु प्रदूषकों के बढ़ने से अस्थमा के लक्षण और गंभीर हो सकते हैं. 

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अस्थमा पर गर्मी और उमस का असर यहीं नहीं रुकता. डिहाइड्रेशन और बढ़े हुए तापमान से बलगम गाढ़ा हो सकता है. इससे अस्थमा के रोगियों के लिए सांस लेना और भी मुश्किल हो सकता है. 

कैसे रखें खुद का ख्याल 

गर्मी और उमस के दौरान अस्थमा रोगियों को कई उपाय करने चाहिए:

1. अपने आसपास के एयर क्वालिटी लेवल के बारे में सूचित रहें और प्रदूषण का स्तर अधिक होने पर बाहर जाने से बचें. 

2. हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है. डिहाइड्रेशन को रोकने और बलगम न बने इसके लिए खूब सारी लिक्विड चीजें पिएं. 

3. गर्मी और उमस कम करने के लिए ठंडे, एसी वाले वातावरण में घर के अंदर रहें.  

4. लक्षणों को कंट्रोल में रखने के लिए अस्थमा की निर्धारित दवाएं लेते रहें. 

5. गर्म और उमस और हवा में मौजूद प्रदूषित कणों से र खुद का बचाव कर्ण. मास्क पहनना बहुत जरूरी है. 

6. पीक फ्लो मीटर के साथ फेफड़ों के फंक्शन की नियमित रूप से निगरानी करें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लें. 

इन सावधानियों का पालन करके और सतर्क रहकर, अस्थमा के रोगी अपनी स्थिति को बेहतर कर सकते हैं. साथ ही गर्मी और उमस के दौरान अस्थमा के बढ़ने के जोखिम को कम कर सकते हैं.