scorecardresearch

Health Benefits of Walking: स्ट्रेस बस्टर के साथ मूड बूस्टर भी है वॉक करना, माइंड और बॉडी दोनों रहेंगे एकदम फिट

अक्सर हम लोग ‘वॉक’ करने के महत्व को नकार देते है. उन्हें लगता है कि भला कुछ दूर चलने से क्या बदलाव आएगा. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि वॉकिंग आपके माइंड और फिजिकल हेल्थ दोनों के लिए फायदेमंद है. हर दिन वॉक करने से आपके जीवन पर पॉजिटिव इम्पैक्ट पड़ेगा.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
  • दिन में सुबह या शाम जरूर करें वॉक

  • वॉक करने से शांत रहता है दिमाग

अच्छी सेहत और स्वस्थ ज़िंदगी के लिए खुद को फिट रखना बहुत ही जरुरी है. और अब बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों, कस्बों और गांवों तक में लोगों को यह बात समझ में आ रही है. साथ ही, ‘फिट इंडिया’ मूवमेंट से भी लोगों के बीच जागरूकता बढ़ी है. 

लेकिन अभी भी बहुत से लोग चाहते हुए भी अपना फिटनेस रूटीन नहीं बना पाते हैं. किसी के लिए जिम बहुत महंगी है तो किसी के लिए बहुत दूर. और कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें दिन में इतना टाइम नहीं मिलता है कि कहीं जाकर जिम या योग कर सकें.

तो ऐसे में क्या किया जाए? कैसे लोग खुद को फिट और हेल्दी रखें? इसका बहुत ही आसान तरीका आज गुड न्यूज़ टुडे आपको बता रहा है. और यह तरीका है ‘वॉकिंग’ यानी कि सैर करना. जी हां, अगर बिना एक भी दिन रुके नियम से हर रोज थोड़ा वॉक करें तो आपके जीवन में बहुत से अच्छे बदलाव आ सकते हैं. 

वॉकिंग के हैं कई फायदे: 

अक्सर हम लोग ‘वॉक’ करने के महत्व को नकार देते है. उन्हें लगता है कि भला कुछ दूर चलने से क्या बदलाव आएगा. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि वॉकिंग आपके माइंड और फिजिकल हेल्थ दोनों के लिए फायदेमंद है. हर दिन वॉक करने से आपके जीवन पर पॉजिटिव इम्पैक्ट पड़ेगा.

आप अपने घर या ऑफिस के आसपास किसी पार्क या खाली रास्ते पर वॉक कर सकते हैं. आप सुबह या शाम किसी भी समय वॉक कर सकते हैं. लेकिन आपका रूटीन नियमित होना चाहिए.

  • अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जरुरी: 

अगर आप चाहते हैं कि आप फिजिकली एकदम तंदरुस्त रहें तो आज से ही वॉक करना शुरू कर दें. क्योंकि नियमित सैर करने से आपका मोटापा कम होता है. मेटाबोलिज्म अच्छा होता है. इससे मोटापा और डायबिटीज जैसी परेशानियों में भी राहत मिलती है. 

एक्सपर्ट्स का मानना है कि हर किसी को हफ्ते भर में कम से कम ढाई से तीन घंटे वॉक करनी चाहिए.

  • दूर होता है तनाव: 

वॉक करने से आपका मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है. स्टडीज से पता चलता है कि वॉक करने से एंग्जायटी, डिप्रेशन और नेगेटिव सोच को कम करने में मदद मिलती है. रेगुलर वॉक करने से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ता है और साथ ही आप लोगों के साथ ज्यादा घुलते-मिलते हैं.  

  • एनर्जी बूस्टर है वॉकिंग:

अगर आप थके हुए हैं तो कैफीन जैसे चाय-कॉफ़ी लेने की बजाय कुछ मिनट के लिए शांत जगह में वाक करें. इससे आपको ज्यादा एनर्जी मिलेगी. पैदल चलने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है. यह कोर्टिसोल, एपिनेफ्रीन और नॉरपेनेफ्रिन के स्तर को भी बढ़ाता है और ये हार्मोन ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करते है. 

आर्थराइटिस फाउंडेशन के मुताबिक अगर 50 से 75 साल की महिलाएं हर रोज कुछ समय वॉक करें तो उन्हें नींद एकदम समय पर आएगी. 

  • अच्छा वर्कआउट है वॉक करना: 

वॉक करना कोई हल्का-फुल्का काम नहीं है. अगर आप हाई स्पीड में वॉक करते हैं तो यह आपके लिए अच्छे वर्कआउट का काम करता है. इसके बाद आपको कोई जिम या ज़ुम्बा सेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ती है.

(डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है. अगर आप अधिक जानना चाहते हैं तो किसी एक्सपर्ट से संपर्क कर सकते हैं.)