यह कहानी है शबीर हुसैन खान की जिन्हें ‘कश्मीर का ब्लड मैन’ कहा जाता है. पिछले 42 सालों में उन्होंने 182 पाइंट्स ब्लड डोनेट किया है. जिससे कश्मीर वैली में ब्लड की जरूरत वाले सैकड़ों लोगों की जानें बची हैं. जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शबीर हुसैन खान की कहानी 1980 में शुरू हुई जब उनके दोस्त का एक्सीडेंट हुआ.
वह अपने दोस्त के लिए ब्ल्ड डोनेट करने के लिए अस्पाताल गए और तब से उन्होंने पिछले चार दशकों से ब्लड डोनेट कर रहे हैं. उन्होंने सिर्फ ब्लड डोनेशन ही नहीं किया, बल्कि केंद्र शासित प्रदेश में 1200 से अधिक ब्ल्ड डोनेशन कैंप्स का भी आयोजन किया है.
लोगों की परेशानी देख शुरू किया काम
खान ने मीडिया इंटरव्यूज में बताया कि उन्होंने लगभग 40 साल पहले, 1980 में एसएमएचएस अस्पताल, श्रीनगर में यह पहल शुरू की. उनके एक दोस्त का एक्सीडेंट हो गया था, और वह उनके लिए ब्लड डोनेट करने गए थे. उन्होंने वहां देखा कि बहुत से लोगों को समय पर ब्लड नहीं मिलने से परेशानी होती है. वह खुद गरीब परिवार से थे तो उन्होंने लोगों की मजबूरी को समझा.
इसलिए उन्होंने ब्लड डोनेट करना शुरू किया. क्योंकि उनका मानना है कि यह मानवता के लिए सबसे अच्छी चीज है. इस्लाम भी हमें यही सिखाता है. उन्होंने वैली के अलावा 1200 से ज्यादा ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किए हैं. खान को यूनियन टेरिटरी का सबसे बड़ा लाइफसेवर कहा गया है. उन्होंने कहा है कि वह जब तक जिएंगे तब तक अपना ब्ल्ड डोनेट करते रहेंगे.
O नेगेटिव है ब्लड ग्रुप
शबीर का ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है, इसलिए वह यूनिवर्सल डोनर हैं. इसलिए उनका कहना है कि लाइफ सेव करना उनके जीवन का मिशन है और इससे उन्हें संतुष्टि मिलती है. उनका कहना है कि अगर वह जरूरतमंद लोगों की मदद करेंगे तो अल्लाह उन्हें आशीर्वाद देंगे. उनका ब्ल्ड ग्रुप ओ नेगेटिव है, और बहुत सारे बच्चों को इस ब्लड ग्रुप की जरूरत हैं. इसलिए उन्हें गर्व है कि वह उनकी मदद कर पा रहे हैं.
शबीर कहते हैं कि अल्लाह ने यह उनके लिए तय किया है, और उन्हें लगता है कि यह उनके साथ होने वाली सबसे अच्छी चीज है. जब इंसान ब्लड डोनेट करता है, तो वह सब कुछ भगवान के हाथों में छोड़ देता है. शबीर ने कश्मीर वैली में लगातार जागरूकता प्रोग्राम्स चलाया है और हजारों युवाओं को प्रेरित किया है कि वे जरूरत के समय में लोगों के लिए ब्लड डोनेट करें. वह लोगों को ब्ल्ड डोनेट के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.