कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज अभी तक भी नहीं ढूंढा जा सका है. हालांकि, सही टाइम पर पता चल जाए और इलाज मिल जाये तो इससे मौत के जोखिम को रोका जा सकता है. अगर इलाज होता रहे तो आसानी से कैंसर सेल के बढ़ने को रोका जा सकता है. कैंसर अचानक से किसी को नहीं हो जाता बल्कि धीरे धीरे शरीर में अंदर ही अंदर बढ़ता रहता है और एकदिन जब ज्यादा बढ़ जाता है तो वो दिक्क्त करने लगता है. इसके बढ़ने में हमारा ख़राब खान-पान और लाइफस्टाइल भी उतना ही जिम्मेदार है जितना कि कोई और फैक्टर. कैंसर में हमारा शरीर काफी कमजोर हो जाता है जिसके लिए हमें अपनी डाइट हेल्दी रखना जरूरी होता है.
अब वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने एक उपाय निकाला है जिससे कैंसर के जोखिम को 61 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है.
स्टडी में बताए हैं 3 उपाय
जर्नल फ्रंटियर्स इन एजिंग में छपी एक स्टडी के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने कैंसर के रिस्क को कम करने के के लिए 3 उपाय निकाले हैं. इसके लिए उन्होंने विटामिन डी, ओमेगा-3 की हाई डोज और एक्सरसाइज को इसके जोखिम को कम करने का उपाय बताया है. रिपोर्ट में लिखा है कि अगर कोई 70 या उससे ज्यादा उम्र के स्वस्थ वयस्क विटामिन-डी और ओमेगा-3 लेते हैं और एक्सरसाइज करते हैं तो उनमें कैंसर के जोखिम को 61 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिल सकती है.
कैसे करते हैं ये 3 उपाय कैंसर के जोखिम को कम
स्टडी की मानें, तो विटामिन डी कैंसर सेल को बढ़ने से रोकती है. वहीं ओमेगा-3 नॉर्मल सेल्स को कैंसर जो सेल्स में परिवर्तित होने से रोक सकती हैं. और इसके साथ अगर कोई नियमित एक्सरसाइज करते हैं तो इम्यून फंक्शन में सुधार होता है, जिससे कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है.
कैसे हुई स्टडी?
आपको बता दें, इस स्टडी के लिए 2,157 लोगों को शामिल किया गया. जिनके ऊपर पूरे 3 साल तक रिसर्च की गई. ये सभी 70 साल से उससे ज्यादा उम्र के लोग थे. ये टेस्ट स्विट्जरलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया और पुर्तगाल गए. इन सभी लोगों पर इनवेसिव कैंसर के जोखिम पर विटामिन डी3 और ओमेगा-3 एस की हाई डोज और उसके साथ नॉर्मल एक्सरसाइज के प्रभाव को टेस्ट किया गया.
क्या निकला रिजल्ट?
स्टडी में पाया गया कि जब इन सभी तीन उपायों को अपनाया गया जिसमें विटामिन डी 3, ओमेगा -3 एस, और एक्सरसाइज शामिल थी, तो उन लोगों में इसका प्रभाव देखा गया. जब इन तीनों को मिलाया गया तो शोधकर्ताओं ने पाया कि इससे कैंसर के जोखिम को 61 प्रतिशत तक कम किया गया है.