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कैंसर पर अब स्वदेशी प्रहार! सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाई Cervical Cancer की वैक्सीन, DCGI ने दी हरी झंडी

पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन तैयार की है और इसके क्लिनिकल ट्रायल के बाद वैक्सीन को बाजार में लाने की मंजूरी के लिए आवेदन किया है.

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हाइलाइट्स
  • SII ने सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने के लिए पहली स्वदेशी वैक्सीन बनाई है

  • यह वैक्सीन 2022 के अंत से पहले बाजार में लॉन्च हो सकती है

कुछ महीने पहले सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी थी कि साल 2018 से 2020 के बीच देश में कैंसर को 40 लाख मामले सामने आए. और 22.54 लाख लोगों ने इस दौरान कैंसर से अपनी जान गंवाई. ये आंकड़ें डराने वाले हैं क्योंकि आए साल कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं. और बहुत से लोग तो अपने टेस्ट ही नहीं कराते. 

सिर्फ भारत में ही नहीं दुनियाभर में कैंसर से मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इस चिंता के बीच कुछ समय पहले एक राहत की खबर मिली थी कि अमेरिका में ऐसी दवा बनी है जिसने रेक्टल कैंसर के मरीजों को एकदम ठीक कर दिया. और अब ऐसी ही एक गुड न्यूज भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से मिल रही है. 

सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने वाली वैक्सीन

SII ने सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने के लिए पहली स्वदेशी वैक्सीन, क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस (क्यूएचपीवी) वैक्सीन बनाई है. इस वैक्सीन को DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने हरी झंडी दे दी है और बाजार में इसकी बिक्री की सिफारिश की है. qHPV वैक्सीन के बाजार प्राधिकरण के लिए SII ने 8 जून को डीसीजीआई को आवेदन दिया था. कहा जा रहा है कि वैक्सीन का नाम CERVAVAC रखा जाएगा. 

वैक्सीन अभियान में किया जा सकता है शामिल 

बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन के फेज 2 और 3 का क्लीनिकल ट्रायल किया जा चुका है. एएनआई के मुताबिक यह वैक्सीन 2022 के अंत से पहले बाजार में लॉन्च हो सकती है. आपको बता दें कि qHPV सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ भारत की पहली स्वदेशी रूप से तैयार की गई वैक्सीन है.

अगर इस वैक्सीन को मंजूरी मिलती है तो यह देश के लिए बड़ी बात होगी. अब तक मरीज सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन के लिए दूसरे देशों पर निर्भर हैं. लेकिन अब खबर है कि सरकार इस वैक्सीन को वैक्सीन अभियान में शामिल करने पर विचार कर रही है. इसके तहत 9 से 14 साल की उम्र की लड़कियों को कैंसर से बचाने के लिए ये टीके लगाए जा सकते हैं. 

महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर 

बताया जा रहा है कि स्तन कैंसर के बाद, महिलाओं में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है सर्वाइकल कैंसर. लेकिन इसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है. गर्भाशय को नीचे के छोटे हिस्से को सर्विक्स कहते हैं और इसमें होने वाले कैंसर को सर्वाइकल कैंसर. समय पर अगर इलाज न मिले तो यह जानलेवा हो सकता है.  

ऐसे में, सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन बनना बहुत बड़ी बात है. क्योंकि भारत में सर्वाइकल कैंसर के हर साल लगभग 80-90 हजार मामले आते हैं.