आज के जमाने में मन में कोई सवाल हो तो सबसे पहले लोग गूगल करते हैं. गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले कीवर्ड्स में से एक हैं Weight Loss. जी हां, लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि हर उम्र के लोग मोटापे का शिकार बन रहे हैं. वैसे तो इसके कई कारण हैं लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत है वाली बात है खानपान में लापरवाही और फिजिकल एक्सरसाइज की कमी.
हालांकि, परेशानी वाली बात यह है कि लोग सर्च तो दिनभर करते हैं कि वे कैसे अपना वजन कम करें लेकिन अपने इस प्लान पर कायम नहीं रह पाते हैं. क्योंकि वजन कम करना एक-दो दिन का काम नहीं है बल्कि इसके लिए आपको दृढ़ता से लगातार मेहनत करनी होगी. और आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे शख्स के बारे में जिसने लगातार मेहनत और सही दिशा में काम करके अपना वजन कम किया है और अब वह पहले से ज्यादा स्वस्थ और एक्टिव रहते हैं. यह कहानी है चंडीगढ़ के रहने वाले उद्यमी साहिल कुमार जैन की, जिन्होंने अपना 50 किलो वजन कम किया और वह भी महज 6 महीने में.
पहले लेते थे क्या डाइट
साहिल ने Quora पर अपना अनुभव शेयर करते हुए लिखा है कि जब वह 125 किलोग्राम के थे तब उनकी डाइट बिल्कुल भी बैलेंस्ड नहीं थी और न ही वे कोई ज्यादा एक्सरसाइज करते थे. उन्होंने बताया है कि 125 किलोग्राम वजन के समय साहिल ब्रेकफास्ट में मक्खन लगे 2-3 पराठे, फुल फैट मिल्क की चाय, सब्जी खाते थे. कभी-कभी पूड़ी, आलू, रायता भी लेते थे. इसके बाद ब्रंच में चाय के साथ बिस्किट खाते थे.
लंच में 3-4 रोटियों के लिए सब्जी और कभी-कभी आलू टिक्की वगैरह खाते थे. शाम को चाय के साथ मैगी या स्नैक्स लेते थे. फिर कुछ समय बाद चाट, बर्गर वगैरह खाते थे. डिनर में सब्जी, रोटी, रायता वगैरह लेते थे और फिर मीठा खाते थे. उस समय वह दिन में 3000-3500 कैलोरीज ले रहे थे और कोई एक्सरसाइज नहीं करते थे.
शुरुआत में किए ये बदलाव
साहिल ने जब तय किया कि वह वजन कम करने पर फोकस करेंगे तो उन्होंने सबसे पहले अपने खानपान में कुछ बड़े बदलाव किए जैसे:
इसके साथ-साथ उन्होंने फिजिकल एक्टिविटीज पर जोर दिया. उन्होंने स्वीमिंग क्लास जॉइन की और रेगुलर वॉक करने लगे. साहिल ने महीने भर में आठ किलो वजन कम किया और फिर और ज्यादा मेहनत करने लगे.
डाइट में किए और बदलाव
वजन जब कम होने लगा तो साहिल ने और बदलाव किए. उन्होंने अपने खाने से रोटी बिल्कुल हटा दी. वह ब्रेकफास्ट में पोहा और उबली सब्जियां खाने लगे. साथ में दही लेते थे या फिर लो फैट मिल्क. इसके बाद ब्रंच में ग्रीन टी और सेब या अमरूद खाते थे. लंच में कटोरी भरकर दाल जैसे राजमा, काले चने आदि. साथ में उबली पत्तागोभी, टमाटर और कच्चे प्याज लेते थे. शाम के चार बजे लो फैट मिल्क की चाय, दो मैरी गोल्ड के बिस्किट या सेब लेते थे.
इसके बाद डिनर में एक बाउल पनीर के साथ अच्छी सलाद बनाकर खाते. उन्होंने मीठा खाना छोड़ दिया और रात को सोने से पहले लो फैट मिल्क लेते थे. इस समय वह 45 मिनट स्वीमिंग करते और सुबह में पांच किलोमीटर की दौड़ लगाते थे. इसके बाद उन्होंने 30 किलो से ज्यादा वजन कम किया. धीर-धीरे उन्होंने अपनी डाइट के साथ-साथ अपनी एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी बढ़ा दी. उन्होंने छह महीने की कड़ी मेहनत से अपना 50 किलो वजन कम किया.
मुश्किलों को करें पार
साहिल का कहना है कि कई बार अपने प्लान पर बने रहना मुश्किल होता है. लेकिन उन्होंने ठान लिया था और उन्होंने गलती से भी फास्ट फूड को हाथ नहीं लगाया. उनका कहना है कि आपको अपने प्लान पर बने रहने के लिए दोस्त-परिवार हर किसी को 'ना' कहना सीखना होता है. अगर कोई कहे कि एक बर्गर से क्या होगा तो भावना में बहने की बजाय खुद पर नियंत्रण रखें. साथ ही, अपनी डाइट की जिम्मेदारी खुद पर लें. खुद अपने हिसाब से अपना खाना-पीना करें ताकि आपकी डाइट में एक दिन की भी गड़बड़ी न हो. आपकी सेहत आपकी जिम्मेदारी है न कि किसी और की. परिवार भी आपको सिर्फ सपोर्ट कर सकता है लेकिन कदम आपको बढ़ाना होगा.