डायबिटीज के मरीजों के लिए खुशखबरी है. Januvia (Sitagliptin) का सस्ता वर्जन अब मार्केट में उपलब्ध हो गया है. केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीए) की पहल पर मधुमेह की सभी नई दवाओं के कॉम्बिनेशन सॉल्ट सस्ते हो जाएंगे.
कम हो जाएगा डायबिटीज का खर्च
कुछ ऐंटी-डायबटिक दवाओं का पेटेंट खत्म हो रहा है जिसके बाद करीब 13 हजार करोड़ के डायबिटीज थेरपी मार्केट में दर्जनों कंपनियां इस दवा का जेनरिक वर्जन लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही हैं. अगले दो महीनों में 50 कंपनियों के कम से कम 200 नए ब्रांड अपनी दवाओं के साथ बाजार में उपलब्ध होंगे. मधुमेह के रोगियों को इसका फायदा मिलेगा क्योंकि जल्द ही दवा की कीमतें 50-70 फीसदी तक गिर सकती हैं. पहले डायबटिक की दवाएं 45 रुपये प्रतिदिन लगती थीं लेकिन अब इसकी कीमत घटकर 8 से 18 रुपये प्रतिदिन तक आ जाएंगी.
मधुमेह के रोगियों को मिलेगी राहत
भारत में 74 मिलियन से अधिक लोग मधुमेह से पीड़ित हैं. मार्केट में इस वक्त 3 तरह की Gliptins दवा मौजूद है- Sitagliptin, Vildagliptin and saxagliptin. इन दवाओं की एक दिन की थेरपी की कीमत 45 रुपये है जिससे इस दवा का एक साल का खर्च 16 हजार 500 रुपये आता है. सस्ती दवाओं के आ जाने से मधुमेह के रोगियों को राहत मिलेगी.
मधुमेह के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही
भारत में मधुमेह के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में करीब 52 करोड़ लोग इस खतरनाक बीमारी से जूझ रहे हैं. अगर मधुमेह के मरीजों का लंबे समय तक ब्लड शुगर लेवल हाई रहता है तो ये शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकता है. एक बार मधुमेह हो जाए, तो फिर इसका स्थायी इलाज कोई नहीं है. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इसे कंट्रोल में रख सकते हैं.