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बच्चों के चेहरे के एक्सप्रेशन बताते हैं उनकी आने वाली सोशल लाइफ के बारे में, स्टडी में हुआ खुलासा

बच्चों के इस टेस्ट के बाद, उनके माता-पिता ने उस वक्त की और लगभग दो साल बाद की सोशल फंक्शनिंग की रिपोर्ट उन्हें सौंपी. अल्फानो ने बताया कि नींद ख़राब होने के बाद अच्छी तस्वीरें दिखाने पर भी जिन बच्चों के एक्सप्रेशन पॉजिटिव थे उनकी जिन्दगी में कम सोशल प्रॉब्लम थी. वहीं जिन बच्चों के एक्सप्रेशन नींद खराब होने के बाद अच्छी तस्वीरों को देखने पर भी पॉजिटिव नहीं थे, ज़िन्दगी में ज्यादा सोशल प्रॉब्लम से डील कर रहे हैं.

Sleeping pattern and Kids Sleeping pattern and Kids
हाइलाइट्स
  • अल्फानो और उनके सहयोगियों ने 37 बच्चों के 2 टेस्ट किये

  • ये सभी बच्चे 7 से 11 साल की उम्र के थे

  • छोटे बच्चों के लिए दोस्ती में एक्सप्रेशन ज्यादा जरूरी नहीं

क्या आप जानते हैं कि बच्चों के चेहरे के एक्सप्रेशन से आप यह पता लगा सकते हैं कि आने वाले समय में वे सोशल प्रॉब्लम से कैसे डील करेंगे? ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी ने हाल ही में बच्चों के एक्सप्रेशन और सोशल प्रॉबल्म से जुडी एक रिसर्च की है. इसे 'अफेक्टिव साइंस जर्नल' में पब्लिश किया गया है. ये रिसर्च जानी मानी साइकोलॉजिस्ट कैंडिस. ए अल्फानो ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर की है. इसमें बच्चों के एक्सप्रेशन, उनके स्लीप पैटर्न, उनकी सोशल लाइफ से जुड़ी बातें बताई गई हैं.

बच्चों के किये गए 2 टेस्ट 

इस रिसर्च के लिए अल्फानो और उनके सहयोगियों ने 37 बच्चों के 2 टेस्ट किये. ये सभी बच्चे 7 से 11 साल की उम्र के थे. एक टेस्ट में बच्चों को अच्छी तरह से आराम दिया गया और उन्हें सोने दिया और दूसरे टेस्ट में दो रातों तक उन्हें अच्छी नींद नहीं लेने दी गयी और फिर उन्हें एग्जामिन किया गया. 

इन टेस्ट के दौरान, बच्चों को कंप्यूटर स्क्रीन पर कुछ पॉजिटिव कुछ नेगेटिव विज़ुअल्स दिखाए गए. पॉजिटिव में जैसे बिल्ली के बच्चे और आइसक्रीम की तस्वीरें और नेगेटिव में खतरनाक कुत्ते की तस्वीरें दिखाई गयीं. इस दौरान दोनों ही केस में बच्चों के एक्सप्रेशन को एक हाई-डेफिनिशन कैमरे से रिकॉर्ड किया गया. 

किन बच्चों की जिन्दगी में होती है ज्यादा सोशल प्रॉब्लम ?

बच्चों के इस टेस्ट के बाद, उनके माता-पिता ने उस वक्त की और लगभग दो साल बाद की सोशल फंक्शनिंग की रिपोर्ट उन्हें सौंपी. अल्फानो ने बताया कि नींद ख़राब होने के बाद अच्छी तस्वीरें दिखाने पर भी जिन बच्चों के एक्सप्रेशन पॉजिटिव थे उनकी जिन्दगी में कम सोशल प्रॉब्लम थी. वहीं जिन बच्चों के एक्सप्रेशन नींद खराब होने के बाद अच्छी तस्वीरों को देखने पर भी पॉजिटिव नहीं थे, ज़िन्दगी में ज्यादा सोशल  प्रॉब्लम से डील कर रहे हैं.

छोटे बच्चों के लिए दोस्ती में एक्सप्रेशन ज्यादा जरूरी नहीं 

हालांकि रिसर्च में ये भी कहा गया है कि चेहरे के एक्सप्रेशन, सोशल प्रॉब्लम और नींद में ज्यादा कोई संबंध नहीं पाए गए हैं. ये बच्चों की सोशल प्रॉब्लम से डीलिंग का तरीका भी हो सकता है या पियर रिलेशनशिप भी इसकी एक वजह हो सकती है. अल्फानो कहती हैं, "छोटे बच्चों के लिए, फेशियल एक्सप्रेशन से ज्यादा जरूरी दोस्ती में शेयर करना और अलग-अलग टर्न हो सकते हैं. उम्र के साथ इमोशनल एक्सप्रेशन  ज्यादा जरूरी हो जाते हैं. चेहरे के एक्सप्रेशन न केवल दूसरों को यह समझ प्रदान करते हैं कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को कैसा महसूस हो रहा है इसे भी बताते हैं.”