देशभर में पिछले 24 घंटों के दौरान 412 केस मिले हैं. एक्टिव केसेज की संख्या 4 हजार 170 हो गई है. कर्नाटक में तीन नई मौतों के बाद कोरोना से मरने वालों की संख्या 5,33,337 हो गई है. जबकि रिकवरी रेट 98.81 प्रतिशत है. हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधानी रखना न भूलें.
कर्नाटक में होम आइसोलेशन अनिवार्य
देशभर में दर्ज किए गए कोविड के मामलों में सबसे ज्यादा केस कर्नाटक के हैं. इसलिए राज्य सरकार ने कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए होम आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया है. एहतियाती उपायों में कोविड के नियमों का पालन करना, जैसे सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, संक्रमित व्यक्ति का 7 दिनों का आइसोलेशन शामिल हैं. कर्नाटक में कोविड-19 के सब वैरिएंट JN.1 के 34 मामले हैं. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव का कहना है कि सरकार कोविड से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार है. स्थिति "चिंताजनक" नहीं है. राज्य में 430 मामले सक्रिय हैं, जिनमें से 400 होम आइसोलेशन में हैं और बाकी अस्पताल में भर्ती हैं. जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है.
41 देशों में फैल चुका JN.1 वैरिएंट
कोविड सब-वेरिएंट जेएन.1 के कारण अचानक संक्रमण बढ़ रहा है, नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है, लेकिन यह गंभीर संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने का कारण नहीं बन रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कोरोना का नया JN.1 वैरिएंट अब तक 41 देशों में फैल चुका है. पिछले एक महीने में दुनियाभर में कोरोना के मामलों में 52% का इजाफा हुआ है.
सरकार की तरफ से ऐसी है तैयारी
WHO ने JN.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ में शामिल किया है. हालांकि राहत की बात ये है कि मौजूदा वैक्सीन JN.1 वैरिएंट पर पूरी तरह से कारगर है. इससे लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है. बावजूद इसके लोगों को एहतियात बरतने को कहा जा रहा है. कर्नाटक में होम आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया गया है, वहीं भीड़भाड़ वाली जगहों पर कुछ राज्यों में मास्क भी मेनडेटरी है. खासतौर पर सावधानी उन लोगों के लिए बेहद जरूरी है, जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है और जो पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं.
ज्यादा कोविड टेस्ट करे सरकार
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को मॉक ड्रिल भी करते रहने की सलाह दी है. सरकार का कहना है कि अभी पैनिक होने की जरूरत नहीं है लेकिन भीड़भाड़ वाले या बंद स्थान और दूषित हवा वाले इलाकों में मास्क जरूर पहनें. सोशल डिस्टेंसिंग को भी आदत में डालें. केंद्र सरकार ने नए वैरिएंट को लेकर 18 दिसंबर को सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की. इसमें सभी राज्यों को ज्यादा से ज्यादा कोविड टेस्ट करने को कहा गया था.