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Study on Covid-19 Vaccination: कुछ लोगों पर इसलिए भी कोविड-19 वैक्सीन कर रही है कम असर, स्टडी में सामने आई वजह 

Covid-19 Updates: कुछ लोगों पर कोविड-19 वैक्सीन ने असर कम किया है. इसके पीछे का कारण भी सामने आया है. इसको लेकर अब स्टडी में बड़ी वजह सामने आई है. 

Covid-19 Covid-19
हाइलाइट्स
  • वायु प्रदूषण भी कर रहा प्रभावित 

  • वायु प्रदूषण का लिंक कई सारी बीमारियों से है 

एक बार फिर से कोविड-19 के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं. जिन लोगों को वैक्सीन डोज लगी थी उन लोगों में भी कोरोना वायरस के मामले देखे जा रहे हैं. हालांकि, वायरस के कारणों को लेकर कई सारी रिसर्च हो रही हैं. ऐसे में वायु प्रदूषण से प्रभावित लोगों में कोविड-19 वैक्सीन का असर कम पाया गया है. दरअसल, ये एक रिसर्च में सामने आया है.

रिसर्च में ये भी कहा गया है कि पीएम 2.5, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और ब्लैक कार्बन की चपेट में आने वाले लोगों में आईजीएम और आईजीजी एंटीबॉडी रिस्पांस में 10 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई. यानि कहीं न कहीं प्रदूषण भी कोविड-19 से संक्रमित होने की बड़ी वजह है. ऐसे में लोगों को प्रदूषण से भी बचने की बहुत जरूरत है.

वायु प्रदूषण भी कर रहा प्रभावित 

इस स्टडी में कहा गया है कि जो लोग पेंडेमिक से पहले ज्यादा वायु प्रदूषण में रहे उनमें COVID-19 वैक्सीन के प्रति एंटीबॉडी रिस्पांस कम था. इसके लिए टीम ने 40 से 65 साल की उम्र के 927 लोगों का डेटा देखा. इसके लिए उनका ब्लड सैंपल लिया गया था. इन सभी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन एस्ट्राजेनेका, फाइजर या मॉडर्ना की एक या दो डोज दी गई थी. 

रिसर्च टीम ने जिन भी लोगों के सैंपल लिए उनमें आईजीएम, आईजीजी और आईजीए एंटीबॉडी की जांच की. ये प्रतिभागी कोरोना पेंडेमिक से पहले जिन-जिन जगहों पर रहते थे उसके हिसाब से स्टडी में पीएम2.5, ब्लैक कार्बन, एनओ2 और ओजोन के संपर्क में आने का अनुमान लगा लिया था. 

वायु प्रदूषण का लिंक कई सारी बीमारियों से है 

बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ (ISGlobal) के मनोलिस कोगेविनास ने कहा, "वायु प्रदूषण को फेफड़ों के कैंसर, दिल और सांस से जुड़ी बीमारियों और डायबिटीज से जोड़ा गया है. ऐसे ही हमने स्टडी में पाया कि वायु प्रदूषण कहीं न कहीं कोविड-19 वैक्सीन के एंटीबॉडी रिस्पांस को भी प्रभावित करता है."

स्वास्थ्य मंत्री ने की बैठक 

गौरतलब है कि भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की है. स्वास्थ्य मंत्री ने इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर सांस से जुड़ी बीमारियों की निगरानी, टेस्टिंग और वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए कहा है. साथ ही इमरजेंसी हॉटस्पॉट की पहचान करने और अस्पतालों को किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है.  

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