Corona Vaccine Booster Dose India: शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐलान किया था कि फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 की उम्र पार कर चुके लोगों को बूस्टर डोज दी जाएगी. 10 जनवरी से इसकी शुरुआत होने जा रही है.
9 महीने का अंतर जरूरी
बूस्टर डोज को लेकर जारी गाइडलाइन (covid vaccine booster dose guidelines) के मुताबिक 60 के ऊपर पहले वैसे लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जो बीमारियों से पीड़ित हैं. अगर कोविड की तीसरी लहर आती है तो ऐसे लोगों पर असर न पड़े. बूस्टर डोज उन्हें लगाया जाएगा जिन्हें कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) की दूसरी डोज लिए 9 महीने पूरे चुके हैं. 10 अप्रैल तक वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके लोग इसे ले सकेंगे. इसके बाद तारीख बढ़ने के साथ लोग बूस्टर डोज लेने के लिए योग्य होते जाएंगे.
कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच 9 महीने का अंतर रखने के पीछे बड़ा वैज्ञानिक अध्ययन है. शीर्ष सरकारी सूत्र जो इस अध्ययन का हिस्सा थे, उन्होंने बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च(ICMR) और ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट(THSTI) के अध्ययन में ये बातें सामने आई है.
1 मई तक 1.11 करोड़ लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड
16 जनवरी से जब कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ तब सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी गई. इसके बाद एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हुआ. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा के मुताबिक 1 मई तक 1.11 करोड़ लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके थे.
कोविन प्लेटफॉर्म पर ऑटोमेटिकली यह दिखने लगेगा कि कौन बूस्टर डोज लेने के लिए योग्य होंगे. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने इसको लेकर पूरा डाटा तैयार कर लिया है. अगले कुछ ही दिनों में इसको लेकर घोषणा की जाएगी. बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों में लोगों को बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई है.