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पश्चिम बंगाल सरकार की अनोखी पहल, कोरोना मरीजों को फलों की टोकरी के साथ 'गेट वेल सून' का संदेश भेज रहीं ममता बनर्जी

टोकरी में 6 प्रकार के फलों को रखा गया है. सभी फल 2-2 रखे गए हैं. फलों का चयन यह देखकर किया गया है जिससे कोरोना मरीजों की इम्यूनिटी बढ़ सके. कोरोना मरीजों को संतरा, कीवी, अनार, मौसम्मी, सेब और अमरूद भेजा जा रहा है.

कोरोना मरीजों को फलों की टोकरी के साथ 'गेट वेल सून' का संदेश भेज रही सरकार कोरोना मरीजों को फलों की टोकरी के साथ 'गेट वेल सून' का संदेश भेज रही सरकार
हाइलाइट्स
  • 3 हजार से ज्यादा मरीजों को पहुंचाई गई टोकरी

  • सभी मरीजों को दिए जा रहे इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फल

  • कोई मुनाफा नहीं कमा रहे फल विक्रेता

पश्चिम बंगाल समेत देश भर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. केंद्र से लेकर राज्य सरकार इसे अपनी तरफ से कंट्रोल करने के लिए सख्त से सख्त कदम उठा रही है. कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पूरी व्यवस्था की जा रही है. इस बीच पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने अनोखी पहल की है. सभी कोरोना मरीजों को ममता बनर्जी सरकार की तरफ से फलों की टोकरी और 'गेट वेल सून' संदेश भेजा जा रहा है.

3 हजार से ज्यादा मरीजों को पहुंचाई गई टोकरी
स्थानीय पार्षद मोहम्मद जसीमुद्दीन ने बताया कि ममता सरकार कोरोना मरीजों के साथ खड़ी है. मुश्किल हालात है लेकिन कोरोना मरीजों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. सरकार हर संभव मदद कर रही है. सरकार कोरोना मरीजों को फलों की टोकरी के साथ 'गेट वेल सून' का संदेश भेज रही है. उन्होंने बताया कि अब तक 3 हजार से ज्यादा फलों की टोकरी कोरोना मरीजों को पहुंचाई जा चुकी है जो घर में आइसोलेट हैं. राज्य सरकार ने 10 हजार और टोकरी का ऑर्डर दिया है.

अब तक 3 हजार फलों की टोकरी कोरोना मरीजों को भेजी जा चुकी है
अब तक 3 हजार फलों की टोकरी कोरोना मरीजों को भेजी जा चुकी है

सभी मरीजों को दिए जा रहे इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फल
जसीमुद्दीन ने बताया कि टोकरी में 6 प्रकार के फलों को रखा गया है. सभी फल 2-2 रखे गए हैं. फलों का चयन यह देखकर किया गया है जिससे कोरोना मरीजों की इम्यूनिटी बढ़ सके. कोरोना मरीजों को संतरा, कीवी, अनार, मौसम्मी, सेब और अमरूद भेजा जा रहा है. उन्होंने यह जानकारी दी कि सुबह चार बजे से ही फलों को पैक करने का काम शुरू कर दिया जाता है जो शाम 5 बजे तक चलता है. फलों को पैक करने के बाद इसे कोलकाता नगर निगम के वैन में लोड किया जाता है और हर वार्ड तक पहुंचाया जाता है. इसके बाद कोरोना मरीजों के दरवाजे तक फलों की टोकरी पहुंचाई जाती है.

कोई मुनाफा नहीं ले रहे फल विक्रेता
फल विक्रेता मोहम्मद मुमताज, जो कि टोकरी तैयार करने के लिए अभी फलों की सप्लाई कर रहे हैं, ने बताया कि एक्सपर्ट वर्कर्स फलों को चुनते हैं जिसे कोरोना मरीजों को दिया जाता है. उन्होंने मरीज इसमें किसी तरह का मुनाफा नहीं कमा रहे हैं. मुश्किल परिस्थितियों में सभी लोग कोरोना से जंग लड़ रहे लोगों के साथ खड़े हैं ताकि महामारी को हराया जा सके.