कॉफी लवर्स (Coffee Lovers) के लिए अच्छी खबर है. जो लोग कॉफी पीते हैं लेकिन गतिहीन जीवन शैली जीते हैं, उनमें छह घंटे से अधिक समय तक बैठे रहने और कॉफी नहीं पीने वालों की तुलना में मौत का जोखिम कम देखा जाता है. अमेरिकी वयस्कों पर किए गए अध्ययन में लंबे समय तक बैठे रहने से जुड़े हानिकारक स्वास्थ्य परिणामों के खिलाफ कॉफी पीने के संभावित प्रभाव पर प्रकाश डाला गया. ये रिसर्च बीएमसी पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित की गई है.
कॉफी के सवन से कम होता है मौत का जोखिम
विश्लेषण से पता चला कि कॉफी पीने वालों की तुलना में कॉफी न पीने वालों की सभी कारणों से मृत्यु होने की संभावना लगभग 1.6 गुना अधिक थी, लेजी लाइफस्टाइल को आम तौर पर सभी समस्याओं की जड़ माना जाता है. रिसर्च बताती है कि कॉफी का सेवन उन लोगों में मृत्यु दर के बढ़ते जोखिम को कम कर सकता है जो कि दिन का ज्यादातर समय बैठकर गुजारते हैं. इस रिसर्च में 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे, ये लोग कॉफी पीकर घंटों काम करते थे.
ब्लैक कॉफी है ज्यादा फायदेमंद
कॉफी के एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण इन लाभों में योगदान करते हैं. मरीजों को संतुलित आहार के हिस्से के रूप में नियमित शारीरिक गतिविधि और पौष्टिक आहार जैसे अन्य स्वस्थ जीवनशैली विकल्पों के साथ कॉफी पीने के लिए भी प्रोत्साहित करना चाहिए. दिन की तीन से चार कप कॉफी आपको कई बीमारियों से बचा सकती है. खासकर ब्लैक कॉफी. हालांकि जरूरत से ज्यादा सेवन करने से भी नुकसान हो सकता है.
कॉफी पीने से दिमाग रहता है दुरुस्त
हालांकि जो लोग फिजिकल एक्टिविटी (Physical Activity) न के बराबर करते हैं लेकिन दिन भर में कॉफी (Coffee) के तीन चार कप पीते हैं उनमें मृत्यु दर कम होती है. कॉफी न पीने वालों में मृत्यु दर का जोखिम 1.6 गुना ज्यादा होता है. कॉफी की खपत और लंबे समय तक पीने से स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा असर होता है. इससे शरीर एक्टिव रहता है और दिमाग भी दुरुस्त रहता है. कैफीन को टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोग के कम जोखिम से जोड़ा गया है.