दुनिया भर के ज्यादातर लोग अपने सुबह की शुरुआत एक कप चाय से करते हैं. अब, एक नए अध्ययन में पाया गया है कि सुबह-सुबह डार्क टी पीने से डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है. हैम्बर्ग में द यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ डायबिटीज (ईएएसडी) के शोध के अनुसार, हर दिन डार्क टी पीने से वयस्कों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है.
डार्क टी पीने वालों में डायबिटीज का खतरा कम
ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड यूनिवर्सिटी और चीन में साउथईस्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि चाय न पीने वालों की तुलना में रोजाना डार्क टी पीने वालों के मुकाबले प्रीडायबिटीज का जोखिम 53% कम था और टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 47% कम था. ये अंतर उम्र, लिंग, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) जैसे डायबिटीज जोखिम कारकों को ध्यान में रखने के बाद भी था.
1923 लोगों पर की गई रिसर्च
इस क्रॉस-सेक्शनल रिसर्च में 1,923 एडल्ट शामिल थे. प्रतिभागियों में से 436 डायबिटीज से पीड़ित थे, 352 को प्रीडायबिटीज थी, और 1,135 में ब्लड शुगर का लेवल सामान्य था. समूह में गैर-आदतन चाय पीने वाले और केवल एक ही तरह की चाय पीने वाले लोग शामिल थे. शोधकर्ताओं ने चाय की खपत, प्रकार और यूरिन में ग्लूकोज के उत्सर्जन, इंसुलिन प्रतिरोध और ग्लाइसेमिक स्थिति दोनों के बीच संबंध की जांच की.
ऐसे शुगर लेवल कंट्रोल करती है डार्क टी
निष्कर्ष में सामने आया कि डार्क टी पीने से दो कारणों से डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है. सबसे पहले, यह इंसुलिन रेसिस्टेंट में सुधार करता है जिससे आपका शरीर ब्लड शुगर को बेहतर ढंग से कंट्रोल करता है. दूसरा, यह आपके पेशाब में ग्लूकोज को बढ़ाने में योगदान देता है. डार्क टी शरीर में मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करती है और इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी शरीर को फायदा करते हैं.
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