scorecardresearch

Blood Bank: खून नहीं बेच सकते, सिर्फ वसूल सकते हैं प्रोसेसिंग फीस... ब्लड बैंकों को DCGI का निर्देश

DCGI ने ड्रग कंट्रोलर कम लाइसेंसिंग अथॉरिटी से सभी ब्लड सेंटर्स को प्रोसेसिंग फीस को लेकर संशोधित गाइडलाइंस का पालन करने का निर्देश देने को कहा है. केंद्र सरकार ने साल 2022 में प्रोसेसिंग फीस को लेकर एक गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें बताया गया था कि ब्लड बैंक कितना पैसा चार्ज कर सकते हैं.

DCGI ने ब्लड बैंकों से कहा- खून नहीं बेच सकते, सिर्फ वसूल सकते हैं प्रोसेसिंग फीस DCGI ने ब्लड बैंकों से कहा- खून नहीं बेच सकते, सिर्फ वसूल सकते हैं प्रोसेसिंग फीस

कई बार ऐसा होता है कि अस्पताल में किसी मरीज को ब्लड की फौरन जरूरत होती है और ब्लड बैंक वाले इसके बदले में तीमारदार से अधिक पैसे लेते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. सरकार ने इसको लेकर एक्शन में है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने ब्लड यूनिट पर सभी तरह के चार्ज को हटा दिया है. ब्लड बैंक सिर्फ सप्लाई और प्रोसेसिंग चार्ज ले सकते हैं. डीसीजीआई ने इसको लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी भेजा है.

खून बेचने के लिए नहीं है- DCGI
डीसीजीआई की चिट्ठी में ड्रग एडवाइजरी कमेटी की पिछले महीने हुई बैठक का जिक्र किया गया है. डीसीजीआई ने लिखा है कि ब्लड के लिए ज्यादा पैसे लेने के संबंध में एटीआर प्वाइंट 3 के एजेंडा नंबर 18 के संबंध में यह सिफारिश की गई है. जिसमें कहा गया है कि खून बेचने के लिए नहीं है, यह सिर्फ देने के लिए है और ब्लड बैंक सिर्फ प्रोसेसिंग फीस चार्ज कर सकते हैं.

ब्लड बैंकों को निर्देशों को पालन करने का निर्देश-
DCGI ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ड्रग कंट्रोलर्स से कहा है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले सभी ब्लड बैंकों को संशोधित दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश दें. सरकार का ये फैसला तब आया है, जब कई जगहों से लगातार शिकायतें मिल रही थी कि ब्लड बैंक खून के लिए ज्यादा चार्ज कर रहे हैं.

खून के लिए कितना देना है फीस-
जब कोई व्यक्ति खून दान करता है तो उसे सीधे मरीज को नहीं चढ़ाया जाता है. पहले इस खून को संशोधित किया जाता है. इसमें रेड सेल, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा होता है. खून को चढ़ाने लायक बनाने की पूरी प्रक्रिया को ब्लड प्रोसेसिंग कहा जाता है और इसको करने में खर्च करना पड़ता है.

इस खर्च की एक सीमा तय करने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2022 में एक दिशानिर्देश जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि निजी ब्लड बैंक पूरे ब्लड प्रोसेसिंग के लिए 1550 रुपए से ज्यादा चार्ज नहीं कर सकते हैं.

प्राइवेड ब्लड बैंकों के लिए पैक्ड रेड सेल्स, फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा और प्लेटलेट्स कॉन्संट्रेट के लिए भी प्रोसेसिंग फीस तय की गई थी. ब्लड बैंक पैक्ड रेड सेल्स की प्रोसेसिंग फीस 1550 रुपए, फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा की प्रोसेसिंग फीस 400 रुपए और प्लेटलेट्स कॉन्संट्रेट के लिए प्रोसेसिंग फीस 400 रुपए ले सकते हैं. जबकि सरकारी ब्लड बैंक में प्रोसेसिंग फीस 1100 रुपए तय की गई है.

ये भी पढ़ें: