किडनी पेशेंट्स के लिए अच्छी खबर है. अमेरिका के डॉक्टरों ने पहली बार सूअर की किडनी का इंसान में ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) किया है. ज़ेनोट्रांसप्लांटेशन के क्षेत्र में इसी बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है. बीते शनिवार को की गई यह ऐतिहासिक सर्जरी पहली घटना है जहां किडनी किसी जीवित व्यक्ति में ट्रांसप्लांट की गई. इससे पहले किए गए प्रयासों में इसे ब्रेन डेड लोगों में ट्रांसप्लांट किया गया था.
मेडिकल क्षेत्र में ऐतिहासिक कमाल
मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल के डॉक्टरों ने गुरुवार को बताया कि 62 साल के रिचर्ड स्लेमैन सर्जरी के बाद अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं और उन्हें जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है. ये उपलब्धि जेनोट्रांसप्लांटेशन में मील का पत्थर साबित हो सकती है, जिसका मकसद इंसानों के इलाज के लिए जानवरों के अंगों का इस्तेमाल करना है.
जल्द हो सकता है परीक्षण
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इससे जीवित लोगों के शरीर में सुअर की किडनी के परीक्षण की इजाजत मिल सकती है. इस ट्रांसप्लांट को लीड कर रहे सर्जन डॉ. रॉबर्ट मॉन्टगोमरी ने बताया कि ये राहत भरी खबर है. सुअर की किडनी को इतनी अच्छी स्थिति में रखने के लिए दो महीने बहुत होते हैं. इसने दो महीने तक किसी इंसान के शरीर में काम कर अपनी उपयोगिता को साबित कर दिया है. इससे आगे की रिसर्च के लिए आत्मविश्वास मिलता है.
लोगों के लिए आशा की किरण
वर्तमान में, 100,000 से ज्यादा लोग ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए वेटिंग लिस्ट में हैं, जिनमें से ज्यादातर को किडनी की जरूरत है. हालांकि ज्यादातर मरीज तो डोनर का इंतजार करते-करते हर साल दम तोड़ देते हैं. सूअर की किडनी का सफल ट्रांसप्लांट ऐसे लोगों के लिए आशा की एक किरण है, जो किडनी ट्रांसप्लांट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. अगर इस तरह से किडनी की वैकल्पिक व्यवस्था होती है यह पूरी दुनिया के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है.