केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय बहुत जल्द नई पहल के तहत 'हील इन इंडिया एंड हील बाय इंडिया' (heal in India and heal by India)शुरू करने वाली है. यह एक नया पोर्टल है जिसकी घोषणा 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है. इसका उद्देश्य चिकित्सा पर्यटन (medical tourism) को प्रोत्साहन देना है. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत विकसित, इस पोर्टल में भारत में चिकित्सा सहायता प्राप्त करने वाले विदेशी रोगियों की मदद करने के लिए हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स, अस्पतालों की सेवाओं का भंडार होगा. दो शीर्ष स्वास्थ्य पहलों के साथ, सरकार का तत्काल ध्यान भारत में अपने आगामी वन-स्टॉप टेक-हैवी पोर्टल (one-stop-tech-heavy)हील इन इंडिया के माध्यम से भारत में चिकित्सा पर्यटन को आगे बढ़ाने पर है. वहीं एक अन्य प्रोजक्ट, हील बाय इंडिया के तहत, यह भारतीय स्वास्थ्य कर्मियों को विदेश जाने और विश्व स्तर पर रोगियों की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है.
क्या है 'हील इन इंडिया'
हील इन इंडिया के तहत एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से विदेशी या चिकित्सा सहायता चाहने वाले लोग देश में उपलब्ध अस्पतालों की सूची का पता लगा पाएंगे जो उन्हें उनकी पसंद का मेडिकल ट्रीटमेंट दे सके.
इसके अलावा यह ट्रीटमेंट पैकेज की लागत के बारे में भी डिटेल्स प्रदान करेगा. लोग इसी प्लेटफॉर्म से वीजा के लिए भी आवेदन भी कर सकेंगे. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से अनुरोध प्राप्त होने के बाद अस्पताल और वीजा कार्यालय मरीजों से संपर्क करेंगे. एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने एक न्यूज पोर्टल से बातचीत में कहा “जैसा कि कोविड -19 कम होता दिख रहा है, भारत में चिकित्सा पर्यटन को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. हमारे पास बेहतरीन अस्पताल, उच्च कुशल डॉक्टर और किफायती इलाज है. फिर हमें दुनिया का सबसे अच्छा चिकित्सा पर्यटन स्थल होने से क्या रोक रहा है?'' यह भारत आने की योजना बना रहे सभी चिकित्सा पर्यटकों के लिए वन-स्टॉप शॉप है. हम इसे जल्द ही शुरू करेंगे और अगर मंजूरी मिलती है तो इसे 15 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया जा सकता है.
क्या है 'हील बाय इंडिया' ?
हील इन इंडिया पहल के तहत, भारतीय स्वास्थ्य कर्मियों को अपने पेशेवर लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए विदेशों में जाने का अवसर प्रदान किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए 42 संबद्ध स्वास्थ्य सेवाओं को मान्यता दी है जो पोर्टल का उपयोग करने और विदेशों में नौकरियों के लिए आवेदन करने के योग्य हैं. स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को इस पर केवल अपने पसंदीदा डेस्टीनेशन के साथ अपनी उपलब्धियों और सीवी को अपलोड करने की आवश्यकता है.
उदाहरण के लिए, यदि कोई मेडिकल प्रोफेशनल अमेरिका जाना चाहता है, तो सरकार CV अपलोड करने और पसंद के देश में नौकरी के अवसरों की तलाश करने के लिए एक वैध, राष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान करके उसकी मदद करेगी.अगर उसकी प्रोफाइल चुनी जाती है और उसे अपनी पसंद के देश में नौकरी करने का अवसर मिलता है तो भारत सरकार, पोर्टल के माध्यम से भारतीय नागरिक के ठिकाने और सुरक्षा के सभी विवरणों से अवगत कराया जाएगा.
भारतीय चिकित्सा पर्यटन सूचकांक
एक बयान के अनुसार मेडिकल टूरिज्म एसोसिएशन द्वारा जारी किए गए मेडिकल टूरिज्म इंडेक्स 2020-21 के अनुसार, भारत वर्तमान में शीर्ष 46 देशों में से 10 वें स्थान पर है. दुनिया के शीर्ष 20 वेलनेस पर्यटन बाजारों में 12वें और एशिया प्रशांत क्षेत्र में 10 वेलनेस पर्यटन बाजारों में से पांचवें स्थान पर है.
भारत में इलाज की लागत अमेरिका में इलाज की लागत से 65 से 90 प्रतिशत कम है. बयान में कहा गया है कि भारत में 39 ज्वाइंट कमिशन इंटरनेशनल और 657 नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स से मान्यता प्राप्त अस्पताल हैं, जो ग्लोबल क्वालिटी स्टैंडर्ड्स और बेंचमार्क के बराबर या उससे बेहतर हैं.