भारत में दोबारा से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. इसी के मद्देनजर ड्रग रेगुलेटर पैनल (Drug regulator panel) ने पांच से 11 साल के बच्चों के लिए बायोलॉजिकल ई के कोविड-19 वैक्सीन कॉर्बेवैक्स (Corbevax) की आपातकालीन सिफारिश की है. अब भारत के औषधि महानियंत्रक (Drug Controller General of India) की तरफ से कॉर्बेवैक्स को अंतिम मंजूरी अगले सप्ताह तक मिलने की उम्मीद है.
कई राज्यों में कोविड-19 (Covid-19) के मामले दोबारा से बढ़ रहे हैं. साथ ही बच्चों के स्कूल भी दोबारा से खुल रहे हैं. अब इसके मद्देनजर सरकार कोविड जैब (Covid Vaccination) प्राप्त करने की आयु को कम करके टीकाकरण कवरेज का और विस्तार कर सकती है.
भारत बायोटेक में इमरजेंसी यूज की मांगी अनुमति
हालांकि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने आपातकालीन स्थितियों के लिए दो से 11 साल के बच्चों में कोवैक्सिन लगाने की अनुमति की मांग की है. जिस पर कोविड वैक्सीन पर नियामक विषय विशेषज्ञ समिति ने कंपनी को आवेदन की समीक्षा के लिए परीक्षणों से अतिरिक्त डेटा जमा करने के लिए कहा है. वर्तमान में, Corbevax और Covaxin दोनों का उपयोग 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों में किया जा सकता है.
कॉर्बेवैक्स को इमरजेंसी यूज की मंजूरी
सूत्रों की मानें तो बायोलॉजिकल-ई के ईयूए आवेदन पर विचार-विमर्श करने वाली सीडीएससीओ की कोविड-19 (Covid-19) पर विषय विशेषज्ञ समिति ने पांच से 11 वर्ष की आयु में कॉर्बेवैक्स के उपयोग के लिए आपातकालीन उपयोग मंजूरी देने की सिफारिश की है.
16 मार्च से शुरू हुआ है 12-14 साल का टीकाकरण
भारत ने 16 मार्च से 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया था. अब तक 12-14 वर्ष की आयु में लगभग 2.5 करोड़ बच्चों को कोविड का टीका लग चुका है. जिसमें 17.25 लाख को दो खुराक के साथ पूरी तरह से टीका लग चुका है. 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के 5.8 करोड़ युवाओं ने कम से कम पहली खुराक ले ली है, वहीं चार करोड़ से ज्यादा अधिक पूरी तरह से प्रतिरक्षित हैं. कुल मिलाकर, देश भर में 187 करोड़ से अधिक खुराकें दी गई हैं, जिसमें 2.6 करोड़ एहतियाती खुराक भी शामिल हैं.