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केवल चीनी ही नहीं ज्यादा नमक खाना भी हो सकता है नुकसानदेह, बीपी से लेकर किडनी तक की हो सकती है समस्या  

ज्यादा नमक खाना आपके लिए परेशानी भरा हो सकता है. इससे बीपी से लेकर किडनी तक की समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं बल्कि आपको दिल से जुड़ी कोई बीमारी भी हो सकती है. 

नमक नमक
हाइलाइट्स
  • ज्यादा नमक खाने से हो सकती है परेशानी

  • ज्यादा नमक खाने हो सकती है बीपी का समस्या

किसी भी चीज की अति नुकसान का बड़ा कारण हो सकती है. फिर इसमें चाहे चीनी हो या नमक ही क्यों न हो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. नमक की ही बात करें तो ये आपके शरीर को एकदम से नुकसान नहीं पहुंचाता है ये धीरे धीरे आपके खून में मिलना शुरू हो जाता है. नमक का काम आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को रेगुलेट करने का काम करता है.

लेकिन ज्यादातर हम सभी दैनिक आधार पर जितना नमक खाना चाहिए, उससे कहीं ज्यादा नमक का सेवन कर रहे हैं. रोजमर्रा की जिंदगी में ब्रेड, डिब्बे वाला खाना, चिप्स के पैकेट, सलाद आदि में हम नमक खा रहे होता है. और आमतौर पर खाने में हमें ये इतना अस्वस्थ्य नहीं लगता है. लेकिन ये हमारे दिल से लेकर किडनी तक के लिए खतरनाक हो सकता है. 

शरीर को कैसे पहुंच सकता है नुकसान?

1. हाइपरटेंशन- इसके कई उदाहरण हमारे सामने हैं कि नमक के सेवन को 4.4 ग्राम प्रति दिन करने से हमारी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का निजात हो सकता है. नमक कम खाने से बीपी कंट्रोल में रहता है. 

2. पेट का कैंसर- ज्यादा नमक खाने से पेट का कैंसर होने को खतरा 2 से 3 गुना बढ़ जाता है. इसीलिए किसी को भी नमक सही मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है. 

3. दिल की बीमारी- नमक का अधिक सेवन आपकी ब्लड वैसल पर दबाव डाल सकता है जिससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. बढ़े हुए ब्लड प्रेशर से स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का खतरा बन सकता है. हालांकि, इसका खतरा उन लोगों में कम होता है जो नमक कम खाते हैं. 

4. किडनी की बीमारी- अगर आप लंबे समय तक बहुत ज्यादा नमक का सेवन करते हैं, तो आप अपने किडनी के पानी को फिल्टर करने की क्षमता को खो सकते हैं. इससे आपकी ब्लड वैसल पर दबाव पड़ सकता है, जिससे किडनी से जुड़ी बीमारी हो सकती है. 

5. ऑस्टियोपोरोसिस- खाने में सोडियम की अधिक मात्रा से हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो सकती है. जब आप नमक से भरपूर भोजन करते हैं, तो आप अपने शरीर से कम मात्रा में कैल्शियम का उत्सर्जन भी कर रहे होते हैं, जो अंततः हड्डी की बीमारी और ऑस्टियोपोरोसिस नामक स्थिति पैदा कर सकती है.