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Blood Pressure Reduction: बढ़ता ब्लड प्रेशर हो सकता है कंट्रोल, हर दिन 3000 कदम चलने से होगा दवाई खाने जितना फायदा 

Blood Pressure Control: अध्ययन में 68 से 78 साल की उम्र के बीच के बुजुर्गों पर फोकस किया गया. इसमें व्यायाम के रूप में चलने के फायदों पर जोर दिया गया. इसके तहत शोधकर्ताओं ने 3,000 कदम चलने का लक्ष्य निर्धारित किया. 

Blood Pressure Blood Pressure
हाइलाइट्स
  • इसका हो सकता है समाधान

  • हर दिन 3000 कदम चलें

आजकल ब्लड प्रेशर की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब इसे कम करने का तरीका खोज निकाला है. एक हालिया अध्ययन में बुजुर्गों में हाई ब्लड प्रेशर को काफी हद तक कम करने का एक आसान लेकिन प्रभावी तरीका बताया है. इसके मुताबिक, अगर हर दिन 3,000 कदम चलें तो इसे कम किया जा सकता है. जर्नल ऑफ कार्डियोवैस्कुलर डेवलपमेंट एंड डिजीज में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, वृद्धावस्था में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ जाती है.ऐसे में शारीरिक गतिविधि को बढ़ाना जरूरी है. 

आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी में डॉ. डक-चुन ली की लैब ने एलिजाबेथ लेफर्ट्स और टीम के साथ मिलकर ये स्टडी की है. डॉ. डक-चुन ली ने हाई ब्लड प्रेशर के बढ़ते मामलों की बात की है, विशेष रूप से बुजुर्गों में. 

इसका हो सकता है समाधान

हाई ब्लड प्रेशर और एक्सरसाइज एक्सपर्ट डॉ. पेस्काटेलो ने इस बात पर जोर दिया कि उम्र बढ़ने के साथ हाई ब्लड प्रेशर आबादी के एक महत्वपूर्ण हिस्से को प्रभावित करता है. ब्लड प्रेशर पर व्यायाम के प्रभाव को दिखाने वाले पिछले शोध के आधार पर, इस स्टडी का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या हर दिन चलने से कोई फायदा होता है या नहीं. 

अध्ययन में 68 से 78 साल की उम्र के बीच के बुजुर्गों पर फोकस किया गया. इसमें व्यायाम के रूप में चलने के फायदों पर जोर दिया गया. इसके तहत शोधकर्ताओं ने 3,000 कदम चलने का लक्ष्य निर्धारित किया. 

क्या होता है इससे फायदा? 

कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बीच भी, ये स्टडी जारी रखी गई. प्रतिभागियों को पेडोमीटर और ब्लड प्रेशर मॉनिटर सहित किट प्रदान की गईं, जिससे वे अपनी दैनिक गतिविधि को लॉग इन कर सकें. 

इसके परिणाम काफी आशाजनक थे. प्रतिभागियों में क्रमशः सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर में सात और चार अंक की औसत कमी देखी गई. यह कमी हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने वाली  दवाओं के प्रभाव के बराबर है. जिससे पता चलता है कि बिना दवाई खाए भी बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है. 

स्टडी में ये भी कहा गया कि चलने की स्पीड और लगातार चलने का सिलसिला कुल कदमों की तुलना में कम प्रभावशाली साबित हुआ है. यानि अगर आप स्पीड से वॉक कर रहे हैं तो इसका ज्यादा फायदा नहीं है. आप हर दिन 3000 कदम चलें तो ये बॉडी के लिए भी काफी लाभदायक है. 

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