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Explained: कैंसर और एचआईवी से शख्स का हो गया था बुरा हाल, मगर दोनों बीमारियों को ऐसे दी मात, जर्मनी के मरीज की कहानी ने जगाई बड़ी उम्मीद

HIV Positive And Cancer: कैंसर और एचआईवी दोनों बीमारियों से जूझ रहा जर्मनी  का एक शख्स इनसे निजात पाने में कामयाब हो गया है.  53 वर्षीय यह व्यक्ति जर्मनी के ड्यूसेलडोर्फ का रहने वाला है.

 कैंसर और एचआईवी से पीड़ित मरीज हुआ ठीक. कैंसर और एचआईवी से पीड़ित मरीज हुआ ठीक.
हाइलाइट्स
  • जर्मनी का एक मरीज सालों से HIV और कैंसर से था पीड़ित

  • HIV का इलाज खोजने में लगे वैज्ञानिकों को मिली कामयाबी

क्या आप कभी सोच सकते हैं कि एचआईवी एड्स ही नहीं बल्कि कैंसर से जूझ रहा कोई मरीज इन दोनों बीमारियों से जंग जीत सकता है. जी हां, ऐसा जर्मनी के एक शख्स ने कर दिखाया है. इससे HIV का इलाज खोजने में लगे वैज्ञानिक अब अपनी कोशिश में कामयाब होते दिख रहे हैं. 

सोमवार को जर्मनी के एक मरीज का पता चला जिसे सालों से HIV और कैंसर दोनों थे, लेकिन वह अब बिल्कुल ठीक हो चुका है. सोमवार को एक अध्ययन में बताया गया कि नई तकनीक से HIV और कैंसर से जूझ रहे एक मरीज को ठीक कर लिया गया है. 

2008 में HIV Positive का चला था पता
53 वर्षीय यह व्यक्ति जर्मनी के ड्यूसेलडोर्फ का रहने वाला है. 2008 में उसे पता लगा कि HIV पॉजिटिव है. फिर 3 साल बाद ही उसे ब्लड कैंसर हो गया, जिसे एक्यूट माइलॉयड ल्यूकेमिया के नाम से पहचाना गया. 2013 में उसका स्टेम सेल की मदद से बोन मेरो ट्रांसप्लांट हुआ. यह एक महिला डोनर की वजह से मुमकिन हो पाया था. महिला के CCR5 म्यूटेशन जीन ने बीमारी को शरीर में फैलने से रोक दिया. यह दुर्लभ जीन है, जो कोशिकाओं में HIV को फैलने से रोकता है. इस व्यक्ति की 2018 में HIV के लिए की जाने वाली एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी बंद कर दी गई. लगातार 4 साल तक परीक्षण किया गया, लेकिन HIV लौटने का कोई लक्षण नहीं दिखा.

नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है
मरीज का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन वह ठीक होने के बाद बहुत खुश है. उसने सबसे पहले अपनी फीमेल डोनर को धन्यवाद किया और दुनियाभर के डॉक्टरों की टीम के लिए कहा कि मुझे आप सभी पर गर्व है, जो मेरे कैंसर और HIV को ठीक करने में सफल रहे.  उसने पिछले सप्ताह वेलेंटाइन डे पर अपने प्रत्यारोपण की 10वीं सालगिरह को बड़े पैमाने पर मनाया. पिछले साल एचआईवी और कैंसर दोनों के साथ मरीज के ठीक होने के दो अन्य मामले बर्लिन और लंदन से सामने आए थे. अब नेचर मेडिसिन जर्नल में ऐसे मरीज के इलाज का विवरण सामने आया है.

यह एक असाधारण स्थिति है
अध्ययन के सह-लेखकों में से एक पाश्चर संस्थान के एसिएर सैज-सिरियन ने कहा कि प्रत्यारोपण के दौरान रोगी की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को पूरी तरह से दाता द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है, जिससे संक्रमित कोशिकाओं को गायब करना संभव हो जाता है. उन्होंने कहा, यह एक असाधारण स्थिति है, जब इस प्रत्यारोपण के लिए सभी कारक मेल खाते हैं जो ल्यूकेमिया और एचआईवी दोनों के लिए एक सफल इलाज है.